एडवाइजरी काउंसिल की मीटिंग में मेट्रो और मोनो रेल पर नहीं बनी सहमति
ट्रैफिक को कम करने और मजबूत पब्लिक ट्रांसपोर्ट के विकल्प पर प्रशासक की एडवाइजरी काउंसिल मीटिंग में लंबी चर्चा के बाद भी किसी ठोस निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका।
जेएनएन, चंडीगढ़। शहर में बढ़ते ट्रैफिक को कम करने और मजबूत पब्लिक ट्रांसपोर्ट के विकल्प पर प्रशासक की एडवाइजरी काउंसिल मीटिंग में लंबी चर्चा के बाद भी किसी ठोस निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। ट्रांसपोर्ट कमेटी ने मीटिंग में ट्रांसपोर्ट के मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम, मेट्रो, लाइट रेल, मोनो रेल, बीआरटीएस और बस ट्रांसपोर्ट सिस्टम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। किस विकल्प पर कितना खर्च आएगा, वह शहर के लिए कितना फायदेमंद होगा और भविष्य में कितना कारगर होगा, यह सब बताया। प्रेजेंटेशन के बाद काउंसिल के सदस्यों ने अपनी राय दी। मेट्रो, मोनो रेल और लाइट रेल के पक्ष में सदस्यों की राय बंटी हुई थी। इस पर प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि सभी सदस्यों की राय लेकर गहनता से विचार हो। कोई सब-कमेटी और बनानी पड़े, तो बनाई जाए। जो भी तय हो, वह लंबी सोचकर होना चाहिए। साथ ही खर्च और शहर के हेरिटेज का भी ध्यान रखना जरूरी है। ग्राउंड स्तर की डिटेल स्टडी के बाद विकल्प चुना जाए।
कमेटी ने आइएसबीटी, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर प्रीपेड बूथ की सुविधा का सुझाव भी दिया। हालांकि कुछ जगह पहले से ही प्रीपेड बूथ की सुविधा उपलब्ध है। पार्किंग की समस्या और ग्रीन एरिया में पार्किंग पर रोक के साथ इसका दूसरा विकल्प देने पर भी चर्चा की। सांसद किरण खेर ने मोनो रेल को शहर के लिए सबसे बेहतर विकल्प बताया। खेर ने कहा कि पंजाब और हरियाणा अपने एरिया में चंडीगढ़ तक मेट्रो चलाए। उसके बाद मोनो रेल का आगे इस्तेमाल हो। इससे शहर जगह-जगह खुदने से बच जाएगा।
स्टैंडिंग कमेटी ने पेश की रिपोर्ट
काउंसिल की 10 स्टैंडिंग कमेटी में से छह पहली मीटिंग में एक्शन टेकन रिपोर्ट पेश कर चुकी थी। बची चार कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश की। एन्वायरमेंट कमेटी ने वेस्ट मैनेजमेंट एक्शन प्लान, शोर प्रदूषण को कम करने, विस्तृत एयर क्वालिटी एक्शन प्लान, सुखना वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी की सुरक्षा और सभी चौ की सफाई का एक्शन प्लान पेश किया। बताया कि कैसे यह सब किया जाएगा।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस शुरू
हेल्थ कमेटी के चेयरमैन ने प्राइमरी और सेकेंडरी हेल्थ केयर में कंप्यूटराइजेशन, सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस शुरू करने की जानकारी दी। अर्बन प्लानिंग और संरक्षण कमेटी ने शिवालिक की पहाड़ियों यानी कैचमेंट एरिया की सुरक्षा पर पड़ोसी राज्यों से सहयोग लेने की सिफारिश की। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित करने और सिटी म्यूजियम आर्ट गैलरी को अपग्रेड करने का प्लान भी पेश किया। इंडस्ट्रियल एरिया को फाइनेंशियल सिटी के तौर पर डेवलप करने की सिफारिश भी की।
हुक्का बार पर नहीं हुई चर्चा
मीटिंग में हुक्का बार को बैन करने और स्कूल-डिस्पेंसरी को पीपीपी मोड से चलाने के एजेंडे पर चर्चा नहीं हो सकी। लेकिन ट्रेडर्स के अहम प्रोजेक्ट एससीओ एससीएफ के रियर अपर कोर्टयार्ड में बॉक्स टाइप स्ट्रक्चर को मंजूरी देने पर भी चर्चा हुई। चंडीगढ़ बिजनेस काउंसिल के चेयरमैन बलदेव गोयल ने यह मुद्दा उठाया। सांसद किरण खेर के साथ कई सदस्यों ने इसका समर्थन किया। कहा गया कि फर्स्ट फेज के सेक्टर-1 से 30 तक पहले इसको मंजूरी देकर व्यापारियों को फायदा देना चाहिए। यह उनकी सालों से लंबित मांग है। प्रशासक ने संबंधित डिपार्टमेंट से इस पर विचार कर फैसला करने का आदेश दिया।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें