शहर में फिर मरे मिले नौ परिंदे, कारण का पता लगाने में विभाग नाकाम

चंडीगढ़ में सोमवार को शहर के अलग-अलग हिस्सों में नौ पक्षी मरे मिले। रोजाना मिलने वाली पक्षियों की डेड बाडी में सबसे अधिक कौवे ही होते हैं। सोमवार को पहली बार एक ऊल्लू भी मृत पाया गया। जबकि एक कबूतर सेक्टर-50 में मरा मिला।

By Edited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 07:26 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 07:55 AM (IST)
शहर में फिर मरे मिले नौ परिंदे, कारण का पता लगाने में विभाग नाकाम
चंडीगढ़ में सोमवार को पहली बार एक ऊल्लू मृत पाया गया।

चंडीगढ़, जेएनएन। इंसान कोरोना वायरस से परेशान है तो पक्षियों पर मौत का कहर जारी है। भले ही उनकी मौत का कारण पता नहीं चल रहा हो, लेकिन परिंदों के मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। सोमवार को शहर के अलग-अलग हिस्सों में नौ पक्षी मरे मिले। हैरानी की बात तो यह है कि सबसे ज्यादा मौत कौवे की हो रही है। रोजाना मिलने वाली पक्षियों की डेड बाडी में सबसे अधिक कौवे ही होते हैं। सोमवार को पहली बार एक ऊल्लू भी मृत पाया गया। जबकि एक कबूतर सेक्टर-50 में मरा मिला। नौ में से सात कौवे ही मरे मिले हैं।

फारेस्ट एंड वाइल्डलाइफ डिपार्टमेंट की वाइल्डलाइफ टीम को सर्विलांस के दौरान यह पक्षी मृत मिले हैं। डेड बाडी रिकवर करने के बाद एनिमल हस्बेंड्री डिपार्टमेंट की टीम ने पक्षियों के सैंपल लिए हैं। इन सैंपल को जालंधर स्थित रीजनल डिसीज डायग्नोस्टिक लैबोरोटरी में भेजा जाएगा। चंडीगढ़ से भेजे गए चार सैंपल सेट की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जो राहत की बात है। लेकिन पक्षी लगातार मरे मिल रहे हैं। जिसका कारण समझ में नहीं आ रहा है। इसका कारण पता करने के लिए एक्सपर्ट की टीम लगातार माथापच्ची कर रही है।

हालांकि फारेस्ट एंड वाइल्डलाइफ और एनिमल हस्बेंड्री डिपार्टमेंट के अधिकारी भीषण सर्दी को भी इसकी वजह मान रहे है। अभी भी चंडीगढ़ के कई सैंपल सेट ऐसे हैं जिनकी टेस्ट रिपोर्ट आनी बाकी है। इन रिपोर्ट पर प्रशासन के अधिकारियों का ध्यान भी है।

मृत मिले पक्षी

बोटेनिकल गार्डन 4

कौआ कैंबवाला 2

कौआ एसपीसीए 1

कौआ और एक ऊल्लू

सेक्टर-50 1 कबूतर

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