चंडीगढ़ में एक अक्टूबर से चलेंगी 20 नई इलेक्ट्रिक बसें, एक बार चार्ज करने पर करती है 180KM का सफर तय
चंडीगढ़ में एक अक्तूबर से 20 इलेक्ट्रिक बस सड़कों पर दौड़ने लगेंगी। अभी तक एक ही बस पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चल रही थी। अब कई अलग-अलग रूट पर इलेक्ट्रिक बस की सर्विस मिलेगी। 30 सितंबर तक 19 और बस चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग को मिल जाएंगी।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सोचिए जिस बस में आप सफर कर रहे हैं चलते समय उसकी आवाज तक आपको सुनाई न दे। बस बाहर से तो आकर्षक हो ही अंदर भी लग्जरी सुविधाएं हों। साथ ही इस बस का वातावरण पर भी कोई दुष्प्रभाव न हो। जी हां आपका अब ऐसी बस में सफर का सपना पूरा होने जा रहा है। ऐसी इलेक्ट्रिक बस चंडीगढ़ में अब सुलभ होने वाली है। पहली अक्तूबर से चंडीगढ़ में 20 इलेक्ट्रिक बस सड़कों पर दौड़ने लगेंगी। अभी तक एक ही बस पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर चल रही थी। अब कई अलग-अलग रूट पर इलेक्ट्रिक बस की सर्विस मिलेगी। 30 सितंबर तक 19 और बस चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) को मिल जाएंगी। जब यह सभी इलेक्ट्रिक बस चलने लगेंगी तो बहुत से लोगों को रोजाना इनका लाभ मिलेगा। साथ ही पर्यावरण को भी प्रदूषण से बचाया जा सकेगा। बता दें कि 11 अगस्त से प्रशासक ने पंजाब राजभवन से सेक्टर-17 पुलिस स्टेशन तक बस में सफर कर इसका ट्रायल शुरू कराया था। तभी से यह बस रोजाना ट्रायल के तौर पर चल रही है।
एक बार चार्ज करने पर दिनभर चलती है बस
अशोक लेलैंड कंपनी ने इन बसों को तैयार किया है। एक बस को चार्ज होने में दो घंटे लगते हैं। फास्ट चार्जर प्वाइंट इनके लिए आइएसबीटी-43 और 17 पर बनाए गए हैं। एक बार फुल चार्ज होने के बाद बस 180 किलोमीटर का सफर तय कर सकती है। ऐसा कहा जा सकता है कि एक बार चार्ज करने के बाद यह दिनभर रूट पर चलती रहेगी। फिर शाम को ही इसे चार्ज करने की दोबारा जरूरत रहेगी। जब बसों की संख्या बढ़ जाएगी तो रोटेशन वाइज यह चलती रहेगी। जब एक बस चार्ज होगी तो दूसरी बस उस रूट पर चलती रहेगी।
किराया भी पहली बस जितना ही लगेगा
इलेक्ट्रिक बसों में भी किराया उतना ही लगेगा जितना पहले डीजल बस में लगता है। कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा। ऐसे में लोगों को जीरो एमिशन, नॉयस फ्री बस में सफर करने का मौका पहले जितने खर्च पर ही मिलेगा। सितंबर के आखिर तक यह 20 बस हो जाएंगी। इसके बाद अक्तूबर के आखिर तक इनकी संख्या बढ़कर 40 हो जाएगी।
इन बसों में यह खूबी
इमरजेंसी के लिए पेनीक बटन
सीट की प्रत्येक लाइन में मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट
पिछली साइड में एयर सस्पेंशन
एयर कंडीशनिंग सिस्टम, हर सीट पर एयर वेंट
35 पैसेंजर बैठ सकते हैं, 20 खड़े होने की क्षमता
अागे और पीछे पैसेंजर इंफोर्मेशन स्क्रीन, अगले स्टॉप की मिलेगी जानकारी
ऑटोमेटिक कंट्रोल पैसेंजर डोर
पांच सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, हर गतिविधि पर नजर
दो घंटे में फुल चार्ज, 180 किलोमीटर चलेगा
मेंटेनेंस ऑपरेशन सब कंपनी का होगा
यह इलेक्ट्रिक बस फुली मेड इन इंडिया है। अशोक लेलैंड कंपनी ने इसे तैयार किया है।चंडीगढ़ प्रशासन ने इस बस को खरीदा नहीं है बल्कि 60 रुपये प्रति किलोमीटर के खर्च पर इस बस को चलाया जाएगा। बस के अंदर ड्राइवर कंपनी का होगा जबकि कंडक्टर सीटीयू का होगा। टिकट रेवेन्यू का सारा काम सीटीयू ही देखेगी। चाहे मुनाफा हो या नुकसान कंपनी को प्रति किलोमीटर 60 रुपये देने होंगे। ऑपरेशन और मेंटेनेंस का काम कंपनी का होगा।