संगीत और बच्चों के प्यार ने नहीं हारने दी कोरोना की जंग : कुलजीत

कोरोना महामारी सिर्फ शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी इंसान को कमजोर कर देती है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 07:23 AM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 07:23 AM (IST)
संगीत और बच्चों के प्यार ने नहीं हारने दी कोरोना की जंग : कुलजीत
संगीत और बच्चों के प्यार ने नहीं हारने दी कोरोना की जंग : कुलजीत

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कोरोना महामारी सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी इंसान को कमजोर कर देती है। ब्लाइंड इंस्टीट्यूट सेक्टर-26 की म्यूजिक टीचर कुलजीत कौर सोढ़ी ने संगीत और घर में बच्चों के प्यार के सहारे कोरोना को हराकर वापस सामान्य जीवन में लौट चुकी है। कुलजीत ने बताया कि मुझे बुखार या फिर स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याएं कम होती है। जिसके चलते मैं कोरोना को लेकर हमेशा मजाक करती थी, कि यह कोरोना मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अगर मुझे कोरोना हुआ भी तो भी मैं दो से तीन दिनों में ठीक हो जाऊंगी। मुझे आइसोलेट होने की जरूरत नहीं होगी। जैसे ही मैं पॉजिटिव हुई तो मेरे दिल में खुद की बातें घूमने लगी कि अब कैसे दो से तीन दिनों में ठीक होकर दिखाना है। मैंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार संगीत सुनने और नए-नए म्यूजिक बनाने की शुरूआत कर दी। मैं जैसे कमरे में कोई हरकत करती तो मेरे घर में मेरे भाई और दीदी के बच्चों ने वीडियो कॉल करके मेरे से संगीत सुन और मुझे सुनाने की शुरूआत कर दी। इसके बाद मुझे एक भी बार अकेलापन महसूस नहीं हुआ।

हिम्मत से हरा सकते हैं कोरोना

कुलजीत ने बताया कि मुझे तीन दिन बुखार रहा और उसके तीन से चार दिन तक मुझे खांसी हुई। उसके बाद मुझे कोई परेशानी नहीं हुई। यदि इंसान हिम्मत रखें तो वह कोरोना को सामान्य बीमारियों की तरह हरा सकता है। इसके लिए सावधानी रखने की ज्यादा जरूरत है। हमें अपनों से दूर रहना होता है लेकिन कोरोना का अर्थ कभी भी जीवन का अंत नहीं होता। संगीत इंसान को हमेशा रिलेक्स अनुभव कराता है और वही मेरे साथ हुआ जिसके चलते मैं पूरी तरह से ठीक हो गई हूं।

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