नगर निगम स्ट्रीट वेंडर्स से वसूल रहा लाइसेंस की लेट फीस, चंडीगढ़ AAP ने कहा- यह गैरकानूनी
चंडीगढ़ नगर निगम द्वारा स्ट्रीट वेंडर्स से लाइसेंस फीस जमा करवाने में हुई देरी को लेकर लेट फीस वसूल रहा है। इसके खिलाफ चंडीगढ़ आप ने आपत्ति जताई है। चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नितिन गोयल ने नगर निगम कमिश्नर केके यादव को पत्र लिखा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ नगर निगम (Chandigarh Municipal Corporation) मंथली लाइसेंस फीस (License Fee) जमा करवाने में देरी होने पर स्ट्रीट वेंडर्स (Street Vendors) से 10 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से लेट फीस वसूल रहा है। इसमें वो दिन भी शामिल हैं, जब कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाई गई पाबंदियों के चलते सभी संपर्क सेंटर बंद थे।
चंडीगढ़ में इस समय शहर में 2400 स्ट्रीट वेंडर हैं। जिन्होंने अपनी लाइसेंस फीस जमा नहीं करवाई है और नगर निगम इन वेंडर्स की लाइसेंस को खारिज करने की तैयारी कर रहा है। चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नितिन गोयल ने नगर निगम कमिश्नर केके यादव को पत्र लिखकर कहा कि प्रशासन द्वारा लगाई गई पाबंदियों के कारण हर वर्ग प्रभावित हुआ है। सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ा है जो रोज कमाकर अपना पेट भरते हैं। इन लोगों में दिहाड़ीदार मजदूर और स्ट्रीट वेंडर्स शामिल हैं।
गोयल ने कहा कि ऐसी स्थिति में इस कमजोर वर्ग से इस तरह की लेट फीस वसूलना न केवल अमानवीय है, बल्कि गैरकानूनी भी है। नितिन ने कहा कि ऐसे समय में भी स्ट्रीट वेंडर्स से रोजाना शुल्क वसूल करना मानवता के खिलाफ भी है। कर्फ्यू की वजह से स्ट्रीट वेंडर्स को काफी नुकसान हुआ है और इस बात को देखते हुए भी नगर निगम इन वेंडर्स से 10 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से लेट फीस वसूल रहा है।
उन्होंने कहा कि शहर में 2400 स्ट्रीट वेंडर है, अगर नगर निगम एक स्ट्रीट वेंडर से रोजाना 10 रुपये ले रहा है तो वह 1 महीने में सभी स्ट्रीट वेंडर से करीब 72 हजार रुपये की राशि वसूल रहा है। महामारी को देखते हुए स्ट्रीट वेंडर्स को थोड़ी छूट देनी चाहिए ताकि वह अपने काम के साथ-साथ अपने घर की आजीविका भी चला सके।