गैंगस्टर मोंटी शाह की फिल्मी कहानी... चचेरे भाई सोनू शाह के कंधे पर शुरू किया अपराध की दुनिया सफर

चंडीगढ़ के बदमाश सोनू शाह के मर्डर केस में पकड़े गए गैंगस्टर मोंटी शाह की कहानी भी बिल्कुल फिल्मी है। सोनू शाह मोंटी शाह का चचेरा भाई था जिसके कंधे पर मोंटी ने अपराध की दुनिया की शुरुआत की थी। बाद में उसी के हत्याकांड की साजिश भी रची।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 12:36 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 12:36 PM (IST)
गैंगस्टर मोंटी शाह की फिल्मी कहानी... चचेरे भाई सोनू शाह के कंधे पर शुरू किया अपराध की दुनिया सफर
गैंगस्टर सोनू शाह और मोंटी शाह की फाइल फोटो।

चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। चंडीगढ़ के बुड़ैल में रहने वाले बदमाश सोनू शाह के कंधे पर चचेरे भाई मोंटी शाह के अपराध की दुनिया में अपने सफर की शुरुआत की थी। आरोप है कि सोनू की निशानदेही पर बुड़ैल स्थित होटल में एलइडी और नकदी की लूट, फिरौती मांगने, धमकाने सहित कई मामलों में मोंटी शाह पर केस भी दर्ज हुए हैं। इसके बाद सोनू शाह की गद्दी पर बैठने के लालच में मोंटी उसके विरोधी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आ गया।

29 अक्टूबर 2020 को सेक्टर-45 स्थित ऑफिस में सोनू शाह की पांच बदमाशों ने 10 गोलियां मारकर हत्या की दी थी। इस मामले में देर रात संदेह पर सेक्टर-34 थाना पुलिस ने मोंटी शाह को भी राउंडअप कर लंबी पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया था। इसके बाद उसके बदमाशी और सोनू शाह के प्रति नफरत के साथ उसके काले कारनाने की कमान संभालने का लालच सामने आया।

गैंगस्टर लॉरेंस ने कहा था- काम में अड़ंगा डाल रहा था सोनू तो मरवा दिया

सोनू शाह के खिलाफ चंडीगढ़, मोहाली सहित दूसरी जगह कई अपराधिक मामले दर्ज थे। दरअसल, उसकी हत्याकांड के मुख्य आरोपित गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने भरतपुर सेंट्रल जेल में बैठकर साजिश रची थी। अंबाला जेल में बैठे शूटर दीपू ने हत्याकांड की पूरी कहानी लिखी थी। रिमांड में लॉरेस ने कबूला था कि सोनू शाह उसके काम में दखलअंदाजी करने लगा था। कई बार उसे अल्टिमेटम देने के बावजूद वह मान नहीं रहा था। जिसकी वजह से उसकी हत्या करवानी पड़ी थी। 

सोनू के अवैध धंधे में मोंटी हिस्सेदार, माता-पिता और दोनों भाईयों से नहीं था ताल्लुक

सोनू शाह के अवैध धंधे से उसके माता-पिता और दोनों भाईयों को कोई दखल नहीं था। परिवार के अन्य सदस्यों की शराफत का फायदा उठाकर मोंटी शाह उसका करीबी बन गया था। लेकिन, अपराध में सोनू की जगह लेने की लालच में मोंटी सीधा उसके विरोधी गैंग लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आ गया था। सूत्रों के अनुसार सोनू हत्याकांड के समय मोंटी शाह भी भरतपुर जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपंर्क में था।

गवाहों को मारने की कोशिश में मोंटी शाह बन गया इनामी वांटेड

11 अक्टूबर 2020 की देर शाम मोंटी शाह दोनों हाथों में पिस्टल लहराते हुए सोनू शाह के भाई प्रवीण शाह और तीरथ को जान से मारने की नीयत से बुड़ैल स्थित उनके दफ्तर की तरफ आ रहा था। वहीं, दफ्तर की ओर जा रहे तीरथ ने मोंटी शाह को पिस्टल के साथ आते हुए देख लिया। मोंटी उसे जान से मारने की नीयत से उसकी तरफ बढ़ा। प्रवीण और तीरथ ने दफ्तर में छुपकर अपनी जान बचाई थी। वारदात दफ्तर के बाहर गली में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस के मुताबिक बाद में मोंटी शाह फरार हो गया था। जिस कार में वह फरार हुआ उसे उसका बुआ का लड़का विनय चल रहा था जबकि उसी कार की पिछली सीट पर मोहित बैठा हुआ था। तीनों बदमाश बाद में कालका की तरफ फरार हुए थे। कुछ ही दिनों बाद पुलिस ने मोंटी शाह पर 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा था।

मोंटी को पनाह देने वाले बुआ के बेटे सहित दो गिरफ्तार

सोनू शाह हत्याकांड के गवाहों को गोली मारने की कोशिश में वांटेड 50 हजार के इनामी मोंटी शाह को पंजाब में पनाह देने वाले दो आरोपितों को सेक्टर-34 थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, पहले से पुलिस की रेड की सूचना पाकर मोंटी मौके से राजस्थान की तरफ फरार हो गया था। पुलिस की रेड में गिरफ्तार आरोपितों की पहचान कालका निवासी विनय (बुआ का लड़का) और मोहित के रूप में हुई है। दोनों को दो दिन की रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया था।

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