मोहाली के खरड़ नगर परिषद को चार महीने बाद मिला अध्यक्ष, आजाद पार्षदों के साथ सत्ता में आया शिअद
बीते फरवरी में हुए चुवाव के बाद खरड़ नगर परिषद के प्रधान पद के लिए दो बार चुनाव प्रक्रिया होने के बावजूद प्रधान पद खाली था। क्योंकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का आरोप था कि राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस सरकार खरड़ में अपना प्रधान बनाना चाहती है।
मोहाली, [रोहित कुमार]। आखिरकार करीब चाह माह बाद मोहाली के खरड़ नगर काउंसिल को प्रधान मिल गया है। खरड़ नगर परिषद पर अकाली दल का कब्जा हो गया है। करीब चार माह बाद प्रधान पद के लिए हुए चुनाव में अकाली दल की जसप्रीत कौर लोंगिया का अध्यक्ष चुना गया। इस दौरान हलका इंचार्ज रंजीत गिल भी मौजूद रहे। अब जिले की 7 नगर परिषदों में से 2 पर अकाली दल का कब्जा है। नयागांव में भी अकाली दल का अध्यक्ष है।
बीते फरवरी में हुए चुवाव के बाद खरड़ नगर परिषद के प्रधान पद के लिए दो बार चुनाव प्रक्रिया होने के बावजूद प्रधान पद खाली था। क्योंकि शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का आरोप था कि राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस सरकार खरड़ में अपना प्रधान बनाना चाहती है, इसलिए चुनाव प्रक्रिया को दो बार बाधित किया गया।
आरोप यह भी है कि कांग्रेस पार्टी उन पार्षदों की खरीद फरोख्त करना चाह रही थी, जो कि आजाद जीते थे। ध्यान रहे कि शिअद ने आजाद पार्षदों के समर्थन के चलते अपना प्रधान बनाया है। हालांकि सीनियर उपाध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद आजाद पार्षदों को दिया है। गुरप्रीत कौर को सीनियर उपाध्यक्ष और जसबीर राणा को उपाध्यक्ष बनाया गया है। दोनों ही आजाद पार्षद जीते हैं।