संघर्ष की मिसाल 12 माताओं का सम्मान

वाराणसी और हरियाणा की कई महिलाओं को सम्मानित किया गया है जागरण संवाददाता, मोहाल

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 May 2018 06:57 PM (IST) Updated:Mon, 14 May 2018 06:57 PM (IST)
संघर्ष की मिसाल 12 माताओं का सम्मान
संघर्ष की मिसाल 12 माताओं का सम्मान

जागरण संवाददाता, मोहाली : किसी ने दूसरों के घरों में बर्तन साफ कर अपने बेटे को एचसीएस अधिकारी बनाया, तो किसी ने घरों में झाड़ू लगाकर बेटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाया। घर-घर जाकर ट्यूशन पढ़ाकर अपने बेटे को सीए बनाया, तो किसी ने विपरीत परिस्थितियों में अपने बच्चों को अकेले पाला। मदर्स डे के मौके पर सोमवार को ऐसी ही 12 संघर्षशील माताओं का सम्मान किया गया। डॉ. जीसी मिश्रा मेमोरियल एजुकेशन एवं चैरिटेबल ट्रस्ट और मानव मंगल स्मार्ट स्कूल, मोहाली की ओर से आठवें मा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। मा मिलती है, प्राप्त नहीं की जा सकती : सोलंकी

सम्मान समारोह में हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने चंडीगढ़ के मेयर देवेश मौदगिल की मौजूदगी में इन माताओं को सम्मानित किया। राज्यपाल ने इन माताओं की उपलब्धियों के लिए उन्हें बधाई दी और कहा कि मा अतुलनीय है, अद्वितीय है। मा मिलती है, प्राप्त नहीं की जा सकती। वह अपने बच्चे के लिए कठोर से कठोर मेहनत करती है और जरूरत पड़ने पर उसके लिए जान भी लड़ा देती है। ऐसी मा के प्रति जिसके मन में श्रद्धा नहीं हो, वह इंसान नहीं हो सकता। विश्व सुंदरी मानुषी छिल्लर द्वारा मा के कार्य को संसार का सबसे श्रेष्ठ व्यवसाय बताने का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मा के प्रति उनकी श्रद्धा ने ही विश्व सुंदरी प्रतियोगिता में विजयी बनाया।

इन माताओं का हुआ सम्मान

कार्यक्रम के दौरान डबवाली (सिरसा) की भतेरी देवी, मौलीजागरा, चंडीगढ़ की गुलनाज बानो, बनूड़ की मंजीत कौर, वाराणसी की ममता मिश्रा, चंडीगढ़ की पुष्पिंदर बाजवा, रेणु पाडेय, सीमा शुक्ला और सुधा शुक्ला, अंबाला की विजय डोगरा और सुमन बाला और सोनीपत की सावित्री देवी को सम्मानित किया गया। समारोह में चौथा मदर ऑफ द ईयर का पुरस्कार कमलजीत देओल को दिया गया। 12 स्टूडेंट्स को राज्यपाल ने किया सम्मानित

प्रो. सोलंकी ने स्कूल के उन 12 विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया, जो हाल ही में स्कूल द्वारा मदर्स डे के मौके पर करवाई गई विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी रहे थे। स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता में जसमन कौर, सायना मान, रिया बवेजा और ईशरीन कौर को पुरस्कृत किया गया। कोलाज मेकिंग में अरहम शैमस, दलजीत सिंह, रिया कुमार और अभिराज सिंह भुल्लर को पुरस्कृत किया गया, जबकि पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में आनंदिनी, हरअजीज, याशिका चुघ और कोमलप्रीत कौर को पुरस्कृत किया गया।

मयंक और डॉ. निष्ठा की किताब का विमोचन

इस दौरान देवेश मौदगिल ने डॉ. निष्ठा मिश्रा और मयंक मिश्रा की किताब 'फ्रॉम होराइजन टू जेनिथ्स हाईट' का विमोचन किया और पहली किताब प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी को भेंट की गई। इस किताब में छह शख्सियतों के जीवन के संघर्ष के बारे में बताया गया है। किताब में मानव मंगल ग्रुप ऑफ स्कूल्स के संस्थापक जीएस सरदाना, आर्यंस ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के चेयरमैन डॉ. अंशु कटारिया, अजीत करम सिंह इंटरनेशनल ग्रुप ऑफ स्कूल्स के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जसदीप कालरा, रैगलन इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की चेयरमैन एवं एमडी रितु सिंगल, कृष्णा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, हलद्वानी के डॉयरेक्टर डॉ. जोगेंद्र सिंह खुराना और देशभगत यूनिवर्सिटी के चासलर डॉ. जोरा सिंह की संक्षिप्त जीवनी है।

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