Mohali ITI 31 मई तक बंद, पहले आ रहा था 50 फीसद स्टाफ, संस्थान करेगा कोरोना मरीजों की मदद
कोरोना की दूसरी लहर के कारण बढ़ रहे संक्रमण से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए हैं। हालांकि मोहाली स्थित सरकारी आइटीआइ में अभी तक 50 फीसद स्टाफ आ रहा था। लेकिन अब संस्थान को 31 मई तक पूरी तरह बंद कर दिया है।
मोहाली, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर के कारण बढ़ रहे संक्रमण से निपटने के लिए पंजाब सरकार ने सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए हैं। हालांकि मोहाली स्थित सरकारी आइटीआइ में अभी तक 50 फीसद स्टाफ आ रहा था। लेकिन अब संस्थान को 31 मई तक पूरी तरह बंद कर दिया है। मोहाली के फेज-5 स्थित सरकारी आइटीआइ की गर्ल्स स्टूडेंट्स ने इस संकट की घड़ी में अपनी सेवाएं देने की पेशकश की है।
सोमवार को आइटीआइ के स्टाफ व शिक्षार्थियों की एक बैठक हुई। बैठक में कोविड से निपटने व लोगों को सहायता करने को लेकर चर्चा की गई। बैठक में संस्थान को पूर्ण रूप से 31 मई तक बंद रखने का फैसला लिया है। संस्थान के प्रिंसिपल शमशेर सिंह पुरखालवी ने मीटिंग के दौरान स्टाफ को हिदायतें दी की वे स्टूडेंट्स को रेगुलर ऑनलाइन पढ़ाई करवाने के साथ साथ लोगों को महामारी से बचाने के लिए ग्रुप बना कर गांवों में जाकर जागरूकता अभियान चलाए।
स्टाफ को निर्देश दिए गए कि वे चौंबीस घंटे किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहें। जिला प्रशासन की ओर से निर्देश मिलने के बाद तुंरत हाजिर हो जाएं। संस्थान की तरफ से कोविड मरीजों की देखभाल के लिए दस वाहनों को आरक्षित रखा गया है। ताकि अगर जरूरत पड़े तो इन्हें इस्तेमाल में लाया जा सके। बैठक के दौरान पुरखालवी ने बताया कि राज्य की अन्य संस्थाओं की ओर से ऑक्सीजन सिलेंडर व ऑक्सीजन प्लांट चलाने व रख रखाव के लिए हमारे स्टूडेंट्स की पेशकश की गई है। संस्थान के स्टूडेंट्स की प्रशासन को जब भी जरूरत होगी वे अपना योगदान देंगे। ध्यान रहे कि मोहाली में कोविड के केस बढ़ने के बाद मोहाली में सरकारी विभागों में भी पचास फीसद कर्मचारियों के साथ काम हो रहा है।