मोहाली में डेंगू का खतरा, स्वास्थ्य विभाग ने 1,16, 524 मकानों में किया सर्वे, चार हजार घरों में मिला डेंगू का लारवा

विभाग की ओर से मकानों का सर्वे करने के लिए 13 टीमें गठित की गईं है। पूरे जिले को विभिन्न हिस्सों में बांटकर टीमों ने हर घर की चेकिंग की जा रही है। लोगों को बीमारी से बचने के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 04:14 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 04:14 PM (IST)
मोहाली में डेंगू का खतरा, स्वास्थ्य विभाग ने 1,16, 524 मकानों में किया सर्वे, चार हजार घरों में मिला डेंगू का लारवा
मोहाली में अब तक जांच डेंगू के 62 मरीज भी सामने आए हैं।

जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली जिले में डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है। बावजूद लोग लापरवाही बरत रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मार्च से लेकर अब तक एक लाख 16 हजार 524 मकानों का सर्वे किया। इनमें से 4066 में डेंगू फैलाने वाले मच्छर का लारवा मिला है। विभाग की ओर से 143 मकान मालिकों के चालान तक किए गए हैं। अब तक जांच में डेंगू के 62 मरीज भी सामने आए हैं। सिविल सर्जन डॉ. आदर्श पाल कौर ने लोगों से अपील की कि वह लारवा से बचाव में कोई लापरवाही न बरतें। लापरवाही भारी पड़ सकती है।

विभाग की ओर से मकानों का सर्वे करने के लिए 13 टीमें गठित की गईं है। पूरे जिले को विभिन्न हिस्सों में बांटकर टीमों ने हर घर की चेकिंग की जा रही है। लोगों को बीमारी से बचने के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। इस दौरान टीमों की ओर से जांच की जा रही है कि घरों में कूलर, फ्रिज की ट्रे, गमलों, खाली पड़े टायरों की जांच की, कि उनमें पानी तो नहीं भरा है। इस जांच के दौरान 4 लाख 43 हजार 388 कंटेनर भी चेक किए गए।

सेहत विभाग की टीम ने लोगों को 30 नवंबर तक डेंगू के प्रति चौकस रहने की अपील की है। लोगों को बताया जा रहा है कि अपने मकानों घरों में या आसपास गंदा पानी जमा न होने दें। साथ ही जब आपके इलाके में नगर निगम की टीम फॉगिंग के लिए आती है तो घरों के दरवाजे और खिड़कियां खुले रखें, ताकि मच्छरों का खात्मा हो सके।

डेंगू के लारवा की जांच टीमों में हेल्थ सुपरवाइजर, हेल्थ वर्कर और ब्रीडिंग चेकर शामिल थे। डॉ. आदर्श पाल कौन ने कहा कि डेंगू बुखार की चपेट में आने का कोई पक्का मौसम नहीं है। फिर भी जुलाई से लेकर नवंबर तक खतरा अधिक रहता है। ऐसे में अक्टूबर और नवंबर में जरा सी भी ढील न बरती जाए। ऐसे कपड़े पहने जाएं, जिनसे शरीर पूरी तरह से ढका रहता है। अगर कोई व्यक्ति डेंगू का संदिग्ध मरीज लगता है तो उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाए। सरकारी अस्पतालों में डेंगू का इलाज मुफ्त होता है।

डेंगू एक बुखार है जो एडीज एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से होता है। डेंगू के सामान्य लक्षणों में तेज सिरदर्द और तेज बुखार, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंख, नाक, मुंह और मसूड़ों के पिछले हिस्से में दर्द, स्थिति बिगडऩे पर खून बहना और उल्टी आती है। डेंगू फैलाने वाले मच्छर कहीं भी जमा साफ पानी में जैसे कूलर, पानी की टंकियों, फूलों के गमलों, रेफ्रिजरेटर के पीछे ट्रे, टूटे-फूटे बर्तन और खाली टायर और पानी के कंटेनरों में प्रजनन करते हैं।

chat bot
आपका साथी