मोहाली में कोरोना से न बने पहले जैसे हालात, स्वास्थ्य विभाग ने तीसरी लहर से निपटने के लिए शुरू की तैयारी

मेडिकल कालेज की डायरेक्टर आफ प्रिंसिपल डा. भवनीत भारती ने बताया कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के मुकाबले हमारी तैयारी बेहतर है लेकिन अभी भी दस बेड के वेंटिलेटर वार्ड का काम अधर में है। वेंटिलेटर वार्ड में काम करने वाले स्टाफ की कमी है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 03:48 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 03:48 PM (IST)
मोहाली में कोरोना से न बने पहले जैसे हालात, स्वास्थ्य विभाग ने तीसरी लहर से निपटने के लिए शुरू की तैयारी
मोहाली सिविल अस्पताल में पुराना कोविड वार्ड फिर से खोल दिया गया है।

जागरण संवाददाता, मोहाली। Corona 3rd Wave: मोहाली के फेज-6 स्थित सिविल अस्पताल में कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) और संभावित कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी की जा रही है। अस्पताल में जहां पुराना कोविड वार्ड फिर से खोल दिया गया है। वहीं तीन ऑक्सीजन प्लांट को फिर से आपरेशनल करने के लिए तैयार किया जा रहा है। ताकि कोविड की पहली और दूसरी लहर के दौरान की स्थिति इस बार पैदा न हो पाए।

ध्यान रहे कि मोहाली मेडिकल कॉलेज में स्थापित किया गया ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह से काम नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं अभी तक स्टाफ की भर्ती भी पूरी नहीं हो पाई है। इससे स्थिति गंभीर हो सकती है। हालांकि मेक शिफ्ट अस्पताल तैयार किया हुआ है। जरूरत पड़ने पर सेना की मदद ली जा सकती है। कोविड की दूसरी लहर के समय में भी सेना ने मेडिकल कॉलेज में लोगों की मदद की थी।

मेडिकल कालेज की डायरेक्टर आफ प्रिंसिपल डा. भवनीत भारती ने बताया कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर के मुकाबले हमारी तैयारी बेहतर है, लेकिन अभी भी दस बेड के वेंटिलेटर वार्ड का काम अधर में है। वेंटिलेटर वार्ड में काम करने वाले स्टाफ की कमी है। इन वेंटिलेटर से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण भाग ऑक्सीजन है। जबकि ऑक्सीजन प्लांट का काम भी पूरा नहीं हो पाया है। फिलहाल 1000 एलपीएम से बने तीन ऑक्सीजन प्लांट का ढांचा तैयार किया जा चुका है, लेकिन इसके काम में आने वाली एलएमओ लाइनों को वार्ड में पहुंचाने का काम पूरा नहीं हो पाया है।

इसके साथ ही टेक्निकल स्टाफ की कमी भी मुख्य कारण है, कि अभी तक वेंटिलेटर और ऑक्सीजन प्लांट का काम पूरा नहीं हो रहा। डा भवनीत ने बताया कि अभी तक तीसरी लहर और नए वेरिएंट का पंजाब में कोई मामला नहीं है। आइसोलेशन वार्ड में 120 बेड का बंदोबस्त, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य जरूरी सुविधाओं के साथ-साथ मेक शिफ्ट के सभी कैबिन तैयार कराए जा चुके हैं। वहीं, मोहाली जिले में अब तक कोरोना से 1073 लोगों की मौत हो चुकी है और 60 से ज्यादा एक्टिव केस हैं।

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