मोहाली के डीसी बोले- तीमारदार मरीजों को मनपसंद अस्पतालों में रेफर करने का न बनाएं दवाब
मोहाली के डीसी गिरीश दियालन ने कहा कि जिला प्रशासन और डाक्टरों पर रिश्तेदार अपने मरीज को मनपसंद एल-3 में अस्पताल में रेफर करने का दवाब डाल रहे हैं। यह गलत है और इससे सख्ती से निपटा जाएगा।
मोहाली, जेएनएन। एल-3 सुविधाओं वाले अस्पताल में जिन मरीजों का इलाज चल रहा है, उनके तीमारदार अपने मरीज को दूसरे एल-3 अस्पताल में रेफर करने का का दबाब न डालें। ऐसा करने वालों को सख्ती से मना किया जाए। नहीं तो इलाज करने वाले डॉक्टर द्वारा लिखित रूप में ठोस कारण दिया जाए। डीसी गिरीश दियालन ने कहा कि देखने में आया है कि जिला प्रशासन और डाक्टरों पर रिश्तेदार अपने मरीज को एक एल-3 से अपनी मनपसंद के दूसरे एल-3 में इलाज करवाने के लिए रेफर करने के दवाब डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गंभीर देखभाल वाले मरीजों के इलाज के लिए विस्तृत प्रोटोकोल जारी किए हैं। सभी एल-3 सहूलियतों में एक समान हैं। इसलिए बिना कारण गंभीर स्वास्थ्य देखभाल सुविधा को बदलना अस्पतालों पर अनचाहे दबाव को बढ़ाएगी। मरीज को भी खतरे में डाल सकती है।
दियालन ने कहा कि पंजाब और अन्य राज्यों से मोहाली में इलाज करवाने वाले कोविड मरीजों की संख्या में तेजी से विस्तार हुआ है। इसलिए, उपलब्ध स्रोतों को अनुकूल बनाने की जरूरत है ताकि अधिक से अधिक जानें बचाई जा सकें और मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया करवाया जा सके। ऐसे हालातों में प्राथमिक/मनपसंद एल-3 सहूलियतों में रेफर करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। सभी स्रोत उपलब्धता के अनुसार मरीजों को उपलब्ध करवाए जाएंगे।
डीसी ने कहा कि अगर मरीज के तीमारदार बेवजह इस तरह का दबाब बनाएंगे तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा। अस्पताल भी किसी के दबाब में आकर इस तरह से मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर न करे। ध्यान रहे कि मोहाली में कोविड मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।