रविवार को पूर्ण लॉकडाउन के विरोध में मोहाली के व्यापारी, बोले- आर्थिक मंदी की ओर धकेल रही है सरकार
मोहाली के कारोबारियों का कहना है कि रविवार को पूर्ण लॉकडान लगाने का फैसला गलत है। शनिवार और रविवार को ही कस्टमर बाजार में निकलता है। सरकार को अपने इस फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए। लॉकडाउन समस्या का हल नहीं हैं।
मोहाली, जेएनएन।
ध्यान रहे कि सरकार ने पहले रात 9 बजे से लगने वाले कर्फ्यू की सीमा एक घंटा बढ़ाकर रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक कर दी है। इसके साथ ही अब बढ़ते कोरोना मरीजों का देखते हुए रविवार को भी पूर्ण कफ्र्यू रहेगा। इस व्यवस्था में होटल, रेस्तरां आदी में बैठकर खाना खाने की पूर्ण मनाही है। सिर्फ आप होम डिलीवरी ही या खाना पैक करवाकर ही ले जा सकेंगे। इस फैसले से व्यापारी वर्ग पूरी तरह से आहत है। वो इसे आर्थिक मंदहाली की ओर ले जाने वाला फैसला करार दे रहा है। सरकार की ओर से जो फैसला लिया गया था उसमें पहले कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शादी और श्मशान में 20 लोगों को इक_ा करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब इसे 20 से कम कर 10 कर दिया गया है। इसके साथ ही अगर किसी भी होटल, रेस्तरां, मैरिज पैलेस में कोई उल्लंघन किया गया तो वहां के मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा और इसको रोकने के लिए सरप्राइज चेकिंग अभियान भी चलाया जाएगा। सरकार की ओर से जो शाम 8 बजे से सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन सीमा बढ़ाई गई है वो पूरी तरह से व्यापार को खत्म करेगी और व्यापारियों को आर्थिक मंदी की ओर धकेलेगी। मोहाली व्यापार मंडल के महासचिव सर्वजीत सिंह पारस ने कहा कि गर्मी के चलते लोग शाम 6 बजे खरीददारी के लिए निकलते हैं और यदि 8 बजे दुकानें बंद होगी तो इसका असर सीधा दुकानदार पर पड़ेगा। ट्रेडर्स एसोसिएशन फेज-3बी2 के अध्यक्ष अकविंदर सिंह गोसल ने कहा कि रविवार को लॉकडाउन वीकएंड पर होने वाली खरीददारी को प्रभावित करेगा इसे वापस लेना चाहिए। व्यापारियों का कहना है कि सरकार इस फैसले पर पुर्नविचार करे।