रूपनगर से विधायक संदोआ AAP में वापस लौटे, कहा- कांग्रेस में शामिल होना मेरी बड़ी भूल थी

प्ंजाब से रूपनगर के आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत संदोहा पार्टी में लौट आए हैं। उन्‍होंने पिछले दिनों आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की थी। संदोआ ने कहा कि कांग्रेस में शामिल हाेना उनकी भूल थी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 05:21 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 05:21 PM (IST)
रूपनगर से विधायक संदोआ AAP में वापस लौटे, कहा- कांग्रेस में शामिल होना मेरी बड़ी भूल थी
रूपनगर के विधायक अमरजीत सिेह संदोआ। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। रूपनगर विधान सभा हलके से आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह सन्दोआ ने एक बार फिर आप में शामिल हो गए। वह पिछले दिनों आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। सन्दोआ ने कहा कि आम आदमी पार्टी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होना उनकी बड़ी भूल थी।

संदोआ ने कहा कि उन्‍हें अपनी गलती को अहसास हो गया है और इसी कारण दोबारा आप में शामिल हो र‍हे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे न तो टिकट चाहिए और न ही कोई पद, मैं पार्टी में एक आम वॉलंटियर बन कर पार्टी और लोगों की सेवा करूंगा।

अरविंद केजरीवाल का कोई तोड़ नहीं, कैप्टन ने बर्बाद कर दिया पंजाब

अमरजीत सिंह सन्दोआ ने कहा कि मौजूदा समय में किसान अपना अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन पंजाब की कैप्टन सरकार, हरियाणा की भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार किसानों को कुचलने में लगी हुई है। दूसरी ओर, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने किसानों के साथ डट कर खड़े होते हुए किसान समर्थकी अहम फैसले लिए हैं। इससे से मैं बहुत प्रभावित हुआ हैं। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल का कोई तोड़ नहीं है, जिससे प्रभावित होकर वापस पार्टी में आया हूं।

न टिकट चाहिए न ही पद, आम वॉलंटियर बन कर पार्टी के लिए करूंगा काम

उन्होंने कहा, कांग्रेस में जाना मेरी सबसे बड़ी गलती थी। यदि मेरी इस गलती से किसी को दुख पहुंचा है तो मैं उनके समेत समूची पार्टी और अरविंद केजरीवाल से माफी मांगता हूं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रोपड़ हलके समेत पूरे पंजाब के लिए कुछ नहीं किया, उल्टा बादलों के रास्ते पर चलते हुए पंजाब को बर्बाद करके रख दिया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन और मोदी दोनों ही किसान विरोधी हैं, दोनों की मिलीभगत के कारण ही आज पंजाब समेत पूरे देश के किसानों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। ऐसे नाज़ुक हालातों में जब अरविंद केजरीवाल डट कर किसानों के साथ हैं और आंदोलनकारी किसानों के सेवादार के तौर पर काम कर रहे हैं।

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