Punjab Assembly special session: स्काॅलरशिप घोटाले में विपक्ष के निशाने पर आए मंत्री धर्मसोत

Punjab Assembly special session पंजाब के कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत पोस्‍ट मैट्रिक स्‍कॉलरशिप घोटाले को लेकर एक बार फिर विपक्ष केे निशाने पर आए। शिरोमणि अकाली दल व आप के विधायकों ने उन पर जमकर हमले किए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 06:38 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 06:38 PM (IST)
Punjab Assembly special session: स्काॅलरशिप घोटाले में विपक्ष के निशाने पर आए मंत्री धर्मसोत
स्‍कॉलरशिप घोटाले को लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन करते शिअद विधायक व नेता।

चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। Punjab Assembly special session: पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले को लेकर पंजाब के सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री साधू सिंह धर्मसोत एक बार फिर राज्‍य विधान सभा में विपक्ष के निशाने पर आए। विधान सभा में शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी और लोक इंसाफ पार्टी तीनों के ही विधायकों ने धर्मसोत के खिलाफ हमला बोला। शिअद ने धर्मसोत को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विधान सभा से वाक आउट भी किया। वहीं, वेल में आकर नारेबाजी भी की।

शिअद विधायकों ने किया वाकआउट, पूरा विपक्ष धर्मसोत के खिलाफ हुआ, कैप्टन ने कहा- मेरा मंत्री बेदाग है

इस दौरान अकाली दल के विधायकों ने हाथों में पोस्टर भी पकड़ रखे थे। अकाली विधायक पवन टीनू ने मुख्यमंत्री को वो पोस्टर दिखाया जिसमें धर्मसोत एक हाथ से नोट की गड्डियां ले रहे है और दूसरे हाथ से दलित विद्यार्थी की गर्दन दबा रहे है। विपक्ष की तरफ से हो रहे चहुतरफा हमले के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सदन में अपना बयान दिया कि उन्होंने जांच करवाई है। उन्होंने कहा, मेरा मंत्री बेदाग है।

विधानसभा में बिल पर बोलते हुए पवन टीनू ने पोस्ट मैट्रिक स्कारशिप घोटाले का मुद्दा उठा लिया। चूंकि धर्मसोत एक बिल पर बोल रहे थे। जिस पर टीनू ने कहा, मंत्री मगरमच्छ के आंसु बहा रहे है। जिन्होंने एससी बच्चों का 64 करोड़ रुपये का फंड हड़प कर गए है।

नेता प्रतिपक्ष हरपाल चीमा ने भी टीनू की बात का समर्थन करते हुए कहा कि मंत्री दलित लोगों का 64 करोड़ रुपये खा गए। स्पीकर ने कहा कि यह मामला पहले सदन में उठ चुका है। इसका बिल से कोई लेना देना नहीं है। जिस पर अकाली दल के विधायक वेल में आ गए और पोस्टर दिखा कर नारेबाजी करने लगे।

विजिलेंस कमीशन बिल पर बोलते हुए सिमरजीत सिंह बैंस ने पोस्ट मैट्रिक घोटाले का पुनः मुद्दा उठा लिया। उन्होंने कहा विजिलेंस कमीशन बनाने की बात चल रही है, सीनियर आईएएस अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट दी। उस पर सरकार को भरोसा नहीं। केंद्र का फंड हो अधिकारी की जांच रिपोर्ट हो लेकिन सीएम मंत्री को बर्खास्त न करें, सीबीआई की जांच न करवाए। यह दलित विद्यार्थियों के साथ धक्का है।

बैंस ने सदन में सीबीआई जांच की मांग की। वहीं, अकाली दल के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा, सरकार का साधू बहुत खतरनाक है। स्कालरशिप के अलावा मंत्री ने कौड़ियों की भाव बिकने वाली जमी को लाखों रुपये में खरीदी। इस मामले की जांच हो तो करोड़ों रुपये का घोटाला सामने आएगा।

विपक्ष द्वारा बार-बार हो रहे हमले के बीच मुख्यमंत्री ने कहा, स्कालरशिप के संबंध में तीन एडिशनल चीफ सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी से जांच करवाई है। चीफ सेक्रेटरी ने भी उसे देखा है। नूरपुर बेदी के पास की जमीन का जो मामला है। उसे टैंडर लगाकर कर खऱीदा गया है। सभी मामलों की जांच हो चुकी है। मंत्री पूरी तरह से साफ है। विपक्ष बेवजह मंत्री पर आरोप लगा रहा है।

सदन के बाहर मजीठिया ने सरकार को चुनौती दी कि मुख्यमंत्री हाईकोर्ट के सिटिंज जज से दोनों मामले की जांच करवा ले और मुख्यमंत्री का साधू बच जाए। वहीं, पवन टीनू ने कहा कि अकाली दल ने इस मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव दिया था। अकाली दल एसीएस कृपा शंकर सरोज की जांच रिपोर्ट पर दो घंटे की बहस मांग रहा था लेकिन स्पीकर ने समय नहीं दिया।

बता दें कि साधू सिंह धर्मसोत पर 63.93 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप लगे थे। इसका खुलासा एसीएस की जांच रिपोर्ट में ंहुआ था। वहीं, धर्मसोत पर यह भी आरोप लगा था कि नूरपुर बेदी में उन्होंने कौड़ियों के भाव बिकने वाली जमीन को करोड़ोंं रुपये में सरकार के लिए खरीदी।

शिरोमणि अकाली दल ने किया प्रदर्शन

विधान सभा के बाहर अकाली दल ने पोस्ट मैट्रिक घोटाले को लेकर प्रदर्शन भी किया। अहम बात यह है कि अकाली दल के विधायकों ने अपने हाथ में पोटर पकड़े हुए थे। जिसमें साधू सिंह धर्मसोत को गब्बर डाकू तो कहीं पर उन्हें साइकल पर दिखाया गया है। साइकिल पर आगे में बलविंदर सिंह धालीवाल जोकि घोटाले के समय में विभाग के डायरेक्टर थे। और साइकिल पर उनके पीछे चीफ सेक्रेटरी विनी महाजन को दिखाया गया। जिन्हें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का आशीर्वाद है।

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