कोरोना संक्रमण से मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का निधन

पूर्व भारतीय वॉलीबॉल टीम की कप्तान व पद्मश्री मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर (85) का रविवार शाम चार बजे निधन हो गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 11:45 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 11:45 PM (IST)
कोरोना संक्रमण से मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का निधन
कोरोना संक्रमण से मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर का निधन

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पूर्व भारतीय वॉलीबॉल टीम की कप्तान व पद्मश्री मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल कौर (85) का रविवार शाम चार बजे निधन हो गया। वह कोरोना संक्रमण से जूझ रही थीं। आक्सीजन का लेवल लगातार कम होने की वजह से परिवार ने उन्हें 26 मई को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया था। 30 मई को तबीयत ज्यादा बिगड़ने की वजह से उन्हें नार्मल वार्ड से आइसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था। उन्हें मेडिकल आक्सीजन की जरूरत लगातार बढ़ती जा रही थी। डाक्टरों की तमाम कोशिश के बावजूद निर्मल कौर रिकवर नहीं कर पाई और उनका देहांत फोर्टिस अस्पताल में हो गया। देर शाम कोरोना प्रोटोकॉल के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

पद्मश्री मिल्खा सिंह की कोरोना रिपोर्ट 17 मई को पाजिटिव आई थी। उनकी रिपोर्ट के बाद पूरे परिवार ने अपना कोविड टेस्ट करवाया, जिसमें उनके दो घरेलू सहायक भी संक्रमित पाए गए थे, जबकि उनकी पत्नी निर्मल कौर, बहू कुदरत और पोते हरजय मिल्खा सिंह की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, लेकिन सप्ताह बाद निर्मल कौर की तबीयत बिगड़ने लगी और जब उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट दोबारा करवाया, तो वह कोरोना पाजिटिव निकली थी। तब से उनका इलाज मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में चल रहा था। मिल्खा सिंह निर्मल को बताते थे सबसे बड़ी ताकत

मिल्खा सिंह अक्सर बताते हैं कि निर्मल कौर उनकी सबसे बड़ी ताकत है। उनकी और निर्मल कौर की पहली पहली मुलाकात 1955 में श्रीलंका के कोलंबो में हुई थी। हम दोनों एक टूर्नामेंट में हिस्सा लेने श्रीलंका पहुंचे थे। निर्मल भारतीय महिला वॉलीबॉल टीम की कप्तान थीं और मिल्खा सिंह एथलेटिक्स टीम का हिस्सा थे। कोलंबो में भारतीय बिजनेसमैन ने दोनों टीमों को खाने पर बुलाया था। इसी पार्टी में मिल्खा सिंह को पहली नजर में निर्मल पसंद आ गई थी। दोनों में उस दौरान काफी बातें हुई, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी थी। दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में वर्ष 1960 में उनकी दोबारा मुलाकात हुई तो उनकी प्रेम कहानी आगे बढ़ी। काफी समय एक दूसरे के साथ समय बिताने के बाद हम तय कर चुके थे कि उन्हें जिदगी साथ बितानी है। परिजनों ने इस शादी पर एतराज जताया तो तत्कालीन पंजाब के मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों मदद के लिए आगे आए। उन्होंने दोनों के परिवार से बात की और 1962 में शादी हुई। मिल्खा अक्सर कहते थे कि निर्मल के बिना उनका जीवन अधूरा है, निर्मल ने उनके बच्चों का पूरा ख्याल रखा। उनकी गैरमौजूदगी में निर्मल ने बच्चों की पढ़ाई और बाकी सभी चीजों का ध्यान रखा जिस कारण वह आज सफल हैं। मिल्खा सिंह की बेटी मोना अमेरिका में डाक्टर हैं। वहीं, बेटा जीव मिल्खा सिंह दिग्गज गोल्फर हैं जिन्हें अपनी खेल उपलब्धियों के लिए पद्मश्री मिल चुका है।

मिल्खा सिंह भी हैं पीजीआइ में भर्ती

मिल्खा सिंह पीजीआइ के नेहरू अस्पताल विस्तार खंड के आइसीयू कोविड वार्ड में एडमिट हैं। पीजीआइ के प्रवक्ता प्रोफेसर अशोक कुमार ने बताया कि उनका आक्सीजन सेचुरेशन लेवल 94 प्वाइंट हैं।

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