मेडिकल एजुकेशन विभाग लेगा सभी कोर्सों की परीक्षाएं, पंजाब सरकार के फैसले से अलग कदम

पंजाब सरकार द्वारासभी विश्‍वविद्यालय व काॅलेजों में परीक्षाएं रद करने के एक दिन बाद ही मेडिकल शिक्षा विभाग ने परीक्षाएं लेने का ऐलान कर दिया। सभी कोर्सों में परीक्षांए होंगी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 10:54 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 10:54 PM (IST)
मेडिकल एजुकेशन विभाग लेगा सभी कोर्सों की परीक्षाएं, पंजाब सरकार के फैसले से अलग कदम
मेडिकल एजुकेशन विभाग लेगा सभी कोर्सों की परीक्षाएं, पंजाब सरकार के फैसले से अलग कदम

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में परीक्षाएं रद करने के सरकार के फैसले के एक दिन बाद मेडिकल एजुकेशन व रिसर्च विभाग ने इससे अलग कदम उठा लिया। विभाग ने स्पष्ट किया है कि वह चालू सेशन के सभी कोर्सों की परीक्षाएं लेगा। मेडिकल एजुकेशन व रिसर्च विभाग ने कहा कि बिना परीक्षाओं के डिग्री देने का मेडिकल काउंसिल इजाजत नहीं देती है।

कॉलेजों व विश्वविद्यालयों का फैसला नहीं होगा लागू, मेडिकल काउंसिल नहीं देती इजाजत

फरीदकोट के बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर ने कहा कि बिना परीक्षा के डिग्रियां नहीं दी जा सकतीं। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया इसकी इजाजत नहीं देती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि परीक्षाएं कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए सुरक्षित माहौल में करवाई जाएंगी।

गौरतलब है कि 30 जून तो पंजाब कैबिनेट ने कोविड-19 को देखते हुए 4225 डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, लैब तकनीशियन, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट समेत कई पोस्टों को भरने की मंजूरी दी थी। इन पोस्टों को भरने के जिम्मेदारी बाबा फरीद यूनिवर्सिटी को दी गई थी। यूनिवर्सिटी इन पदों पर भर्ती के लिए परीक्षाएं लेगी।

बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वीसी ने कहा- मेडिकल साइंस में बिना परीक्षा नहीं दी जा सकती डिग्री

डॉ. राज बहादुर ने दैनिक जागरण को बताया कि कुछ परीक्षाएं ली जा चुकी हैं और बाकी की प्रक्रिया चल रही है। अब एमडी व एमएस की परीक्षाएं ली जाएंगी। मेडिकल साइंस में परीक्षाएं करवाना अनिवार्य है। जब तक परीक्षाएं नहीं होती तब तक रिक्त पोस्टों को नहीं भरा जा सकता। उन्होंने बताया कि मेडिकल की परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं ली जा सकती। इसमें कई तकनीकी पहलू होते हैं। परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की सुरक्षा व शारीरिक दूरी का पूरा ध्यान रखा जाए।

परीक्षाएं न लेने का था दबाव

अहम पहलू यह है कि डेंटल की तरह ही मेडिकल एजुकेशन विभाग पर भी दबाव बनाया जा रहा था कि वह परीक्षाएं न ले, जबकि दूसरी तरफ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में होने वाली परीक्षाओं को रद करने की घोषणा कर दी थी। इस घोषणा के अगले ही दिन मेडिकल एजुकेशन व रिसर्च विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि मेडिकल एजुकेशन की परीक्षाएं होंगी।

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