Coronavirus को हराकर ऑफिस लौटे एमसी ज्वाइंट कमिश्नर, बोले- कोरोना ने दिया श्वसन व्यायाम करने का मौका

नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर सौरभ अरोड़ा ने बताया कि सबसे बड़ी बात कोरोना में सांस की दिक्कत होती है। मुझे ऐसी परेशानी नहीं हुई और मैंने पूरी कोशिश की कि ऐसा मेरा साथ न हो। इसके लिए मैंने जमकर श्वसन व्यायाम को सीखा और किया।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 04:23 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 04:23 PM (IST)
Coronavirus को हराकर ऑफिस लौटे एमसी ज्वाइंट कमिश्नर, बोले- कोरोना ने दिया श्वसन व्यायाम करने का मौका
नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर सौरभ अरोड़ा। (फोटोः दैनिक जागरण)

चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। व्यायाम करने का मैं बहुत ज्यादा शौकीन हूं। मैं करीब एक साल से श्वसन व्यायाम को करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन किसी ने किसी कारण से मैं हमेशा रह जाता था। जब मैं कोरोना पॉजिटिव आया तो मुझे वह व्यायाम करने का मौका मिला।

कोरोना से ठीक हो चुके चंडीगढ़ नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर सौरभ अरोड़ा ने बताया कि सबसे बड़ी बात कोरोना में सांस की दिक्कत होती है। मुझे ऐसी परेशानी नहीं हुई और मैंने पूरी कोशिश की कि ऐसा मेरा साथ न हो। इसके लिए मैंने जमकर श्वसन व्यायाम को सीखा और किया। मैंने एक भी बार यह नहीं सोचा कि मैं कभी ठीक नहीं हो सकता। मैं हमेशा घर में भी व्यायाम करता था। चंडीगढ़ में कोरोना की दस्तक के बाद मेरा जिम जाना बंद हो गया और मैंने उस जिम को घर में ही शुरू कर दिया। व्यस्तता के चलते मैं दिन में एक ही बार करीब आधे घंटे के लिए जिम कर रहा था, लेकिन कोरोना ने मुझे पूरा-पूरा दिन जिम करने का मौका दिया और मैं खुश था।

पौने दो साल के बच्चे ने दी हिम्मत

सौरभ ने बताया कि मेरे पास पौने दो साल का बच्चा है। जब मैं घर में आइसोलेट हुआ तो वह मुझे हमेशा शीशे से देखता और मुझे बोलता पापा आ जाओ। उन शब्दों ने मुझे जल्दी खड़े होने की हिम्मत दी क्योंकि मैं आइसोलेशन में था यह बात मेरी पत्नी और मेरे माता-पिता समझ सकते थे लेकिन उसे समझाना बहुत मुश्किल था। मैं जब भी ऑफिस से घर जाता हूं तो वह लपक कर मेरे पास आता है। बच्चे के उस प्यार ने मुझे एक भी दिन सोने नहीं दिया और मैं अब दोबारा अपने काम को ज्वाइन कर चुका हूं।

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