Punjab New Cabinet: चन्नी कैबिनेट के मंत्रियों के नाम लगभग तय, कई नए चेहरों को मौका, पुराने मंत्री भी शामिल
Punjab New Cabinet पंजाब की नई कैबिनेट के मंत्रियों के नाम लगभग तय हो गए हैं। इसमें पुराने मंत्रियों के साथ करीब पांच नए चेहरों को जगह दी गई है। नई कैबिनेट से कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के कई मंत्रियों की छुट्टी कर दी गई है।
चंडीगढ, [इन्द्रप्रीत सिंह]। Punjab New Cabinet: पंजाब की नई कैबिनेट तय हो गई है। बताया जाता नए मंत्रिमंडल से पिछली कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के कई मंत्रियों की छुट्टी करने दी गई है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की कैबिनेट में कई पुराने मंत्रियों के साथ करीब पांच नए चेहरों को मौका दिया गया है।
बता दें कि वीरवार देर रात तीन बजे तक प्रियंका गांधी के आवास पर चली कांग्रेस के सीनियर नेताओं की बैठक में पंजाब कैबिनेट के मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दिया गया। इसका एलान किसी भी समय संभव है। बताया जाता है कि पुरानी कैबिनेट के मंत्रियों में साधू सिंह धर्मसोत, अरुणा चौधरी, राणा गुरमीत सिंह सोढी और गुरप्रीत सिंह कांगड़ आदि को ड्रॉप किया जा रहा है। कैबिनेट में पांच नए मंत्रियों को शामिल किया जा रहा है। इससे पहले सुखजिंदर सिंह रंधावा व ओपी सोनी को उपमुख्यमंत्री बना दिया है।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, नई कैबिनेट में जिनका नाम रखा गया है उनमें ब्रह्म मोहिंदरा, मनप्रीत सिंह बादल, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखबिंदर सिंह सरकारिया के नाम शामिल हैं। इनको सीनियरिटी के कारण रखा गया है। अन्य मंत्रियों में सुंदर श्याम अरोड़ा, विजय इंद्र सिंगला, भारत भूषण आशू, ,रजिया सुल्ताना, बलबीर सिंह सिद्धू, डा. राजकुमार वेरका, रणदीप सिंह नाभा, अमरिंदर राजा वड़िंग, सुरजीत धीमान, परगट सिंह ,कुलजीत सिंह नागरा को रखे जाने की चर्चा है। असल में पेंच सुरजीत धीमान की सीट को लेकर फंसा हुआ है। पार्टी के कुछ नेता धीमान की जगह संगत सिंह गिलजियां को चाहते हैं।
काबिले गौर है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में नवजोत सिद्धू के इस्तीफे के बाद एक पोस्ट खाली थी। विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि सूची लगभग फाइनल कर ली गई है। कल हुई बैठक जो देर रात तक चली में राहुल गांधी, पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत और केंद्र की ओर से भेजे गए दो पर्यवेक्षक अजय माकन व हरीश चौधरी और केसी वेणुगोपाल आदि शामिल थे।
सीएम पद अनुसूचित जाति को देने के चलते उनका कोटा कटा
मुख्यमंत्री का पद अनुसूचित जाति को देने के चलते अरुणा चौधरी का नाम कट गया है। पूर्व सरकार में चरणजीत सिंह चन्नी के अलावा साधू सिंह धर्मसोत और अरुणा चौधरी इस वर्ग से मंत्री थे। लेकिन, अब इस कोटे से केवल चन्नी और डा. राजकुमार वेरका को ही रखा गया है। चन्नी रविदासिया समुदाय से और डा. वेरका वाल्मीकी समुदाय से आते हैं। आधी कैबिनेट जट्ट समुदाय की होगी। 18 में से नौ इस समुदाय से रखे गए हैं।
हिंदू वर्ग से पांच विधायकों को बनाया गया मंत्री
हिंदू वर्ग का प्रतिनिधित्व वही रखा गया जो पूर्व सरकार के दौरान था। हालांकि महिलाओं का महत्व कम कर दिया गया है क्योंकि अरुणा चौधरी का नाम कट गया है।