नेताओं, बिल्डरों व अफसरों ने मिलकर जीरकपुर को डुबोया
जीरकपुर में नेताओं बिल्डरों व अफसरों का गठबंधन आज बेनकाब हो गया।
संदीप कुमार, जीरकपुर
जीरकपुर में नेताओं, बिल्डरों व अफसरों का गठबंधन आज बेनकाब हो गया। मंगलवार रात हुई बारिश से जीरकपुर इलाके में बसी आवासीय सोसायटियों में कई-कई फुट पानी भर गया। यहां अपने जीवन भर की पूंजी लगाकर मकान खरीदने वाले लोग बारिश के कारण घरों में दुबकने को मजबूर हो गए। जीरकपुर क्षेत्र में आवासीय सोयायटियां बनाने वाले हलका विधायक और नगर परिषद के प्रधान आज कहीं नजर नहीं आए।
जैक रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सुखदेव चौधरी ने भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के अधिकारी नेताओं व बिल्डरों के साथ मिलकर लंबे समय जो मास्टर प्लान खराब करके नक्शे पास कर रहे हैं उसका परिणाम है कि लाखों लोग अपने घरों में नजरबंद हो गए। ढकौली निवासी नवल अरोड़ा, रमन खोसला, राकेश कुमार व सरिता मलिक ने बताया कि यहां की सोसायटियों में आज एक से दो-दो फुट तक पानी जमा हो गया।
उन्होंने बताया कि समूचे शहर में आज बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। जैक प्रतिनिधियों ने बताया कि यहां पानी निकासी के लिए बनाए गए नालों को बिल्डरों ने भरकर उस पर निर्माण कर दिया गया है। पीर मोछल्ला, किशनपुरा, बलटाना इलाके में नगर परिषद की टीमों ने बारिश से पहले नालों की सफाई नहीं की है।
उन्होंने बताया कि आज जब जीरकपुर में लाखों लोगों की जान संकट में थी, तो यहां कालोनियां बसाने वाले हलका विधायक कहीं नजर नहीं आए। यही हालात परिषद प्रधान के हैं। परिषद प्रधान यहां परिषद के दागी अफसरों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और जनता की समस्या से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। यहां बिल्डरों ने नगर परिषद के साथ मिलकर मास्टर प्लान को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
क्षेत्र निवासी विक्रमजीत व कुलविदर सैनी ने कहा कि यहां किसी भी कालोनी में बरसाती पानी की निकासी का प्रबंध नहीं होने के कारण लोगों की लाखों की संपत्ति नष्ट हो गई है, लेकिन आज स्थानीय नेताओं, बिल्डरों तथा अफसरों ने उनकी कोई सार नहीं ली। जैक टीम सड़कों पर उतरी तो परिषद ने भेजी जेसीबी
जैक रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सुखदेव चौधरी ने बताया कि बुधवार को बारिश से हुए जलभराव से लोगों की समस्याओं को देखते हुए जैक प्रतिनिधि सड़कों पर उतरे तो नगर परिषद ने यहां जेसीबी मशीनें भेजी। परिषद प्रधान लोगों के गुस्से के चलते दफ्तर से बाहर नहीं निकले। जैक प्रतिनिधियों के हंगामा करने पर ही परिषद अधिकारी दिखाई दिए।