खेल से क्राइम की दुनिया में कदम रखने वाला लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गुर्गा काबू
थाना सदर कुराली प्रभारी मलकीत सिंह की टीम ने रोपड़ फतेहगढ़ खन्ना मोहाली और चंडीगढ़ के विभिन्न थानों से वांछित लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे को हेरोइन और हथियारों के साथ गिरफ्तार कर किया है।
संवाद सहयोगी, कुराली : थाना सदर कुराली प्रभारी मलकीत सिंह की टीम ने रोपड़, फतेहगढ़, खन्ना, मोहाली और चंडीगढ़ के विभिन्न थानों से वांछित लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे को हेरोइन और हथियारों के साथ गिरफ्तार कर किया है। एसएसपी मोहाली सतिदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित बहादुर सिंह वासी गांव लखनौर आपराधिक पृष्ठभूमि से संबंध रखता है। अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले आरोपित बहादुर सिंह कबूतर, घोड़ों और कुत्तों की रेस के टूर्नामेंट करवाता था। वह खुद भी कबड्डी खेलने का शौकीन था। वर्ष 2016 में उसके खिलाफ लड़ाई झगड़े के मामले दर्ज हुए जिनमें एक में उसे जेल भी भेजा गया। इसके बाद उसने खेल की दुनिया छोड़ अपराध का रास्ता अख्तियार कर लिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि बहादुर सिंह नशीले पदार्थ के साथ आने वाला है। उसके घर पर रेड कर पुलिस ने आरोपित को गांव के बॉर्डर से काबू किया। तलाशी के दौरान उसके कब्जे से एक किलो पचास ग्राम हेरोइन बरामद हुई। तफ्तीश के दौरान आरोपित बहादुर सिंह के घर से पुलिस को 1300 नशीली गोलियां बरामद हुई। आरोपित के विभिन्न ठिकानों से 9 एमएम पिस्टल सहित पांच कारतूस, एक 315 बोर पिस्टल, तीन कारतूस सहित 12 बोर की पिस्टल बरामद हुई जिसकी बैरल बदल कर वह 12 बोर गन में तब्दील हो जाती है।
नशे और हथियार तस्करी को बनाया पेशा
एसएसपी मोहाली सतिदर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किया आरोपित बहादुर सिंह जनवरी 2020 में पटियाला जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। इसके पश्चात उसने जेलों में अपने नेटवर्क की मदद से अवैध हथियारों और नशीले पदार्थो की तस्करी को अपना पेशा बना लिया। आरोपित बहादुर सिंह के पिता के मामा का पुत्र काला यूपी एवं बिहार में ढाबा चलाता है और उसी ने बहादुर सिंह की पहचान गुप्ता खान नामक अवैध हथियार का कारोबार करने वाले से करवाई थी। आरोपित उससे हथियार खरीदकर पंजाब में गैंगस्टर्स को सप्लाई करता था। इसी दौरान सुक्खा नामक नामक क्रिमिनल जो अपहरण केस में पटियाला जेल से रिहा हुआ था। आरोपित बहादुर सिंह के संपर्क में आया और दोनों ने मिलकर दिल्ली से नाइजीरियन तस्करों से बड़ी मात्रा में हीरोइन खरीद पंजाब में छोटे तस्करों को सप्लाई की। आरोपित बहादुर सिंह ने परिजनों के नाम पर छह वाहन भी खरीदे। आरोपित ने नितिन शर्मा वासी अमृतसर और उसके अन्य साथी को अपने साथ जोड़ लिया। उनके माध्यम से बहादुर सिंह जैसलमेर, गंगा नगर, फिरोजपुर, अमृतसर से लेकर जम्मू बॉर्डर तक लिक स्थापित कर चुका था।
विभिन्न थानों में दर्ज हैं मामले
बहादुर सिंह के खिलाफ वर्ष 2016 में एक और 2018 में दो विभिन्न धाराओं के तहत थाना सदर कुराली, वर्ष 2018 में थाना सिटी रोपड़, वर्ष 2019 में आर्म्स एवं एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना दोराहा, वर्ष 2019 में आर्म्स एवं एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना सिटी रोपड़, वर्ष 2021 में आर्म्स एवं एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना सदर कुराली तथा धारा 212, 216 आईपीसी एवं 25 आर्म्स एक्ट के तहत थाना सेक्टर-34 चंडीगढ़ में मामले दर्ज है जिनमें वह पुलिस को वांछित था।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से था संबंध
पूछताछ में खुलासा हुआ कि लॉरेंस बिश्नोई गैंगस्टर अपने गैंग के बॉबी मल्होत्रा के माध्यम से जिस शार्प शूटर नितिन वासी अमृतसर और करण वासी बनूड़ की ओर से 31 मई 2020 को जिस शराब के ठेकेदार के सेक्टर-33 चंडीगढ़ स्थित घर पर फायरिग करवाई थी और वारदात बाद गैंगस्टर बॉबी मल्होत्रा के कहने पर दोनों शार्प शूटर्स को अपने लखनौर स्थित घर में शरण दी थी जिसके पश्चात दोनों शार्प शूटर को हथियारों सहित गाड़ी में करण को गांव सोल्खिया जिला रोपड़ एवं नितिन को जिला अमृतसर में पहुंचाया था।