पंचकूला में प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल टीचरों पर लाठीचार्ज
समान काम समान वेतन की नीति लागू करने की मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल टीचरों पर हरियाणा पुलिस और आइटीबीपी के जवानों ने जमकर लाठियां बरसाई। प्रदर्शनकारियोंको नियंत्रित करने के लिए पुलिस की ओर से वाटर कैनन से पानी की बौछार की गई।
जागरण संवाददाता, पंचकूला :
समान काम, समान वेतन की नीति लागू करने की मांग को लेकर सोमवार को प्रदर्शन कर रहे वोकेशनल टीचरों पर हरियाणा पुलिस और आइटीबीपी के जवानों ने जमकर लाठियां बरसाई। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की ओर से वाटर कैनन से पानी की बौछार की गई। वोकेशनल टीचर्स एसोसिएशन हरियाणा की ओर से घोषित तीन दिवसीय महाआंदोलन के पहले दिन प्रदेश भर से यहां आए सैकड़ों प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री का आवास घेरने जा रहे थे। टीचर्स को पुलिस ने हाउसिग बोर्ड चौक पर रोक दिया। जब टीचर्स ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो उनपर लाठीचार्ज कर पानी की बौछार की गई। कई टीचर्स को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
प्रदेश के विभिन्न जिलों से यहां आए वोकेशनल टीचर्स सबसे पहले सेक्टर-5 में धरना स्थल पर पहुंचे। इनमें बड़ी संख्या में महिला शिक्षक शामिल रहीं। दिन में करीब साढ़े तीन बजे तक टीचर्स ने सभा की, जिसे एसोसिएशन के विभिन्न पदाधिकारियों ने संबोधित किया और उनकी उपेक्षा के लिए सरकार की आलोचना की। इस मौके पर एसोसिएशन के राज्य प्रधान अनूप ढिल्लों ने बताया कि वह मांगों के बारे में प्रदेश के हर मंत्री, विधायक और अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन हर बार आश्वासन का झुनझुना थमा दिया जाता है। एक ही परियोजना के तहत एक ही स्कूल में दो प्रकार के वोकेशनल टीचर्स कार्यरत हैं। यह भेदभाव अन्यायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा। लाठीचार्ज और झड़प में 35 प्रदर्शनकारी और आठ पुलिसकर्मी घायल
पंचकूला में हुए लाठीचार्ज में करीब 35 वोकेशनल टीचर घायल हुए हैं। इसमें मनदीप, राहुल, सुमनदीप कौर, अनिल दलाल, सीमा, तनुनीत कौर सहित 15 टीचरों को गंभीर चोटें आई हैं। घायलों को सेक्टर-6 स्थित नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। झड़प में आठ पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं। बच्चों के साथ पहुंची थी प्रदर्शन में शामिल कई शिक्षिकाएं
शाम करीब 4 बजे वोकेशनल टीचर्स प्रदर्शन करते हुए सीएम आवास का घेराव करने के लिए धरना स्थल से चले। धरने में शामिल कई महिला टीचर्स बच्चों के साथ पहुंची थीं। हाउसिग बोर्ड चौक पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर हुई धक्कामुक्की
प्रशासन की ओर से पहले ही आईटीबीपी पुलिस के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुलिस जवान तैनात थे। प्रदर्शनकारी टीचर्स को हाउसिग बोर्ड चौक के पर बेरिकेट्स लगाकर रोक दिया गया। चौक के पार अवरोधक के दोनों ओर व्यापक पुलिस बल और वाटर कैनन गाड़ियां तैनात रहीं। इस बीच टीचर्स बीच सड़क पर धरना देकर बैठ गए। उन्हें बताया गया कि सीएम चंडीगढ़ से बाहर हैं। इस पर एसोसिएशन के प्रधान ने कहा कि चार वरिष्ठ अधिकारियों का पैनल बनाया जाए जो मांगों पर विचार कर उनके समाधान के लिए निश्चित अवधि भी तय करे। इस पर प्रशासन के अधिकारियों ने एक घंटे का समय मांगा। काफी इंतजार के बाद भी जब प्रशासन की ओर से ठोस जवाब नहीं मिला तो टीचर्स ने आगे बढ़ने की कोशिश की। इस बीच पुलिस ने उन पर पानी की बौछार व लाठी चार्ज शुरू कर दिया। पुलिस और टीचर्स के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। पुलिस ने टीचर्स को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
आंदोलनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने टीचर्स को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और कई को हिरासत में ले लिया। उन्होंने बताया कि स्कूलों में 157 ऐसे वाकेशनल टीचर्स कार्यरत हैं जिनका वेतन 48 हजार 112 रुपये है और 2278 ऐसे टीचर्स हैं जिन्हें 23241 रुपये वेतन दिया जा रहा है। जबकि दोनों केकार्य समान हैं, पर वेतन में अंतर 24871 रुपये का है। दोनों अनुबंध आधार पर काम कर रहे हैं। उनकी मांग है कि समान काम समान वेतन की नीति को लागू किया जाये। दूसरी मांग 157 वोकेशनल टीचर्स की तर्ज पर 2289 टीचर्स को भी विभाग में मर्ज किया जाएं।