दो हजार वेंडर्स को अंतिम मौका, 29 फरवरी तक जमा करवाएं बकाया

शहर के दो हजार से ज्यादा उन वेंडर्स को राहत मिल गई है। हर माह अदा करने वाले शुल्क जमा न होने की स्थिति में उनके लाइसेंस खारिज हो गए थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 08:57 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 08:57 PM (IST)
दो हजार वेंडर्स को अंतिम मौका, 29 फरवरी तक जमा करवाएं बकाया
दो हजार वेंडर्स को अंतिम मौका, 29 फरवरी तक जमा करवाएं बकाया

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : शहर के दो हजार से ज्यादा उन वेंडर्स को राहत मिल गई है। हर माह अदा करने वाले शुल्क जमा न होने की स्थिति में उनके लाइसेंस खारिज हो गए थे। बुधवार को टाउन वेंडिग कमेटी की बैठक में इन वेंडर्स को 29 फरवरी तक पिछली लाइसेंस फीस जमा करवाने का अंतिम मौका दे दिया है। इसके साथ ही कमेटी ने सेक्टर-20 सी, मौलीजागरा के विकास नगर, रामदरबार,सेक्टर-37, हल्लोमाजरा, डड्डमाजरा और धनास की मिल्क कालोनी में नए वेंडिग जोन साइट बनाने का निर्णय लिया है। यह साइट्स पार्षदों की सहमति से कार्यकारी अभियंता स्तर के अधिकारियों ने तय की है। टाउन वेंडिग कमेटी ने चीफ इंजीनियर को इन साइट्स को चेक करके रिपोर्ट देने का फैसला लिया है। यह प्रस्तावित साइट मंजूरी के लिए प्रशासन के वास्तुकार विभाग को भेजी जाएगी।नगर निगम के अनुसार जो उक्त एरिया में वेंडर्स बैठे हुए थे और जिन्हें वेंडिग जोन में शिफ्ट कर दिया गया है लेकिन उनका काम नहीं चल रहा है ऐसे वेंडर्स को नई साइट्स पर बिठाया जाएगा। कमेटी ने सेक्टर-22 में चिक का काम करने वाले वेंडर्स की मांग खारिज कर दी। यह कारोबारी नई जगह पर चिक मार्केट बनाने की मांग कर रहे थे। कमेटी ने कहा कि चिक विक्रेता संपदा विभाग से अलग से मार्केट की मांग करें।

बैठक में प्रशासन की ओर से नगर निगम में पिछले साल शामिल हुए 13 गांवों में बैठे वेंडर्स का मामला भी आया। यहां पर बैठे वेंडर्स ने नगर निगम को लिखित में कहा कि उनका भी सर्वे किया जाए, क्योंकि अतिक्रमण हटाओ दस्ता उन्हें तंग करता है। ऐसे में टाउन वेंडिग कमेटी ने यह निर्णय लिया कि पहले दस्ते से यहां पर बैठे वेंडर्स की रिपोर्ट ली जाए उसके बाद सर्वे करवाने का फैसला लिया जाएगा।इस बैठक में कमिश्नर केके यादव ने भी भाग लिया। तंदूर वाले अपनी जगह पर ही करेंगे काम

कमेटी ने यह निर्णय लिया गया कि तंदूर वालों को वेंडिग जोन की साइट में शिफ्ट नहीं किया जाएगा। तंदूर वाले जिस जगह पर काम कर रहे हैं वह वहीं पर बैठकर कारोबार कर सकते हैं।वेंडिग जोन साइट पर शिफ्ट करने के बाद जो वेंडर्स किसी कारण से लाइसेंस फीस जमा नहीं करवा पाएं है उन्हें कमेटी ने आने वाले छह माह में किस्तों में लाइसेंस फीस जमा करवाने का मौका दिया है।नगर निगम के अनुसार पिछले साल दिसंबर माह से वेंडर्स को बाजारों से शिफ्ट करने का अभियान छेड़ा गया था उसी समय से कई वेंडर्स ने लाइसेंस फीस जमा करवानी बंद कर दी है। इसके साथ ही परांठे और छोले भटूरे वालों को भी अपनी पहले वाली जगह पर बैठने की सिफारिश को मंजूर कर लिया गया है। ऐसे में यह काफी बड़ी राहत मानी जा रही है। इसके साथ ही मैकेनिकों को अगले सर्वे तक अपना ट्रेड बदलने का मौका देने का निर्णय लिया गया है। सेक्टर-15 में बैठे वेंडर्स को मिलेगी छतरी

सेक्टर-15 में बैठे वेंडर्स को छतरियां दी जाएगी ताकि धूप से वह बचाव कर सके।कमेटी के सदस्य वीएन शर्मा ने कहा कि एक ही डिजाइन की छतरियों का डिजाइन करके वेंडर्स को दी जाएगी।इसके अलावा वेंडर्स को पीने के पानी के अलावा पब्लिक टायलेट्स की भी सुविधा दी जाएगी। वीएन शर्मा ने बताया कि जो वहां पर दीवार बनी है उसे हटाकर खाने पीने वाले फूड स्टाल वालों को एक लाइन में ही बैठने की जगह दी जाएगी। इसके साथ ही जो इस समय वेंडिग जोन साइट के बीचों बीच पब्लिक टायलेट बना हुआ है उसे हटाने का निर्णय लिया गया है। सेक्टर-15 की साइट शहर की सबसे बड़ा वेंडिग जोन है।

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