अब नेता जी एक्सप्रेस के नाम से जानी जाएगी कालका मेल, 1941 में अंग्रेजों को चकमा देकर इसी ट्रेन में हुए थे सवार

18 जनवरी 1941 को अंग्रेजों को चकमा देकर नेता जी सुभाष चंद्र बोस धनबाद जिले के गोमो जंक्शन से जिस ट्रेन पर सवार होकर निकले थे। अब उस ट्रेन को नेता जी एक्सप्रेस के नाम से जाना जाएगा।

By Rohit KumarEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 03:28 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 03:28 PM (IST)
अब नेता जी एक्सप्रेस के नाम से जानी जाएगी कालका मेल, 1941 में अंग्रेजों को चकमा देकर इसी ट्रेन में हुए थे सवार
देश की सबसे पुरानी ट्रेनों में शुमार कालका मेल का नाम केंद्रीय रेलवे मंत्रालय ने बदल दिया है।

चंडीगढ़, जेएनएन। स्वतंत्रता संग्राम में अपना अहम योगदान देने वाले नेता जी सुभाष चंद्र बोस को रेलवे मंत्रालय ने सराहनीय श्रद्धांजलि दी है। 18 जनवरी 1941 को अंग्रेजों को चकमा देकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस धनबाद जिले के गोमो जंक्शन से जिस ट्रेन पर सवार होकर निकले थे। अब उस ट्रेन को नेता जी एक्सप्रेस के नाम से जाना जाएगा। जी हां! अंग्रेजों को चकमा देकर नेताजी सुभाष चंद्र बोसजिस ट्रेन से गए थे, जबकि कालका मेल और उस समय की 63 अप हावड़ा पेशावर एक्सप्रेस था।

देश की सबसे पुरानी ट्रेनों में शुमार कालका मेल का नाम केंद्रीय रेलवे मंत्रालय ने बदल दिया है। अब से यह ट्रेन नेता जी सुभाष चंद्र बोस के नाम से जानी जाएगी। रेलवे मंत्रालय ने कालका मेल का नाम बदल कर नेता जी एक्सप्रेस कर दिया है। रेलवे मंत्रालय ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर यह सराहनीय फैसला लिया।

बुधवार को स्वतंत्रता संग्राम के नायक नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती थी, इस अवसर को एतिहासिक बनाने के लिए कालका मेल का बदल कर नेता जी एक्सप्रेस रख दिया है। ऐसा करके रेलवे मंत्रालय ने एक तरह से नेता जी को यादगार श्रद्धांजलि दी है। रेलवे बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर कोचिंग राजेश कुमार ने इस बारे में आदेश जारी कर दिए हैं। जिसके बाद अब कालका मेल नेता जी एक्सप्रेस के नाम से जानी जाएगी। गौरतलब है कि एक जनवरी 1866 को कालका मेल पहली बार चली थी।

नियमित रूप से चलने पर नेता जी एक्सप्रेस नाम से ही चलेगी ट्रेन

कोरोना की वजह से इस समय हावड़ा कालका मेल का नियमित संचालन नहीं हो रहा है। हालांकि अभी यह कहना मुश्किल है कि इस ट्रेन का संचालन नियमित रूप से कब शुरू होगा। लेकिन रेलवे बोर्ड ने एक बात साफ कर दी है कि यह ट्रेन जब भी नियमित रूप से संचालित होगी, तो यह कालका मेल नहीं बल्कि नेता जी एक्सप्रेस के नाम से ही चलेगी।

इसका संचालन कालका रेलवे स्टेशन से हावड़ा रेलवे स्टेशन तक ही होगा। इसके साथ ही रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के नंबर में कोई भी बदलाव न करने का फैसला किया है। कालका मेल ट्रेन अपने पुराने नंबर के साथ ही 12311 अप और 12312 डाउन नेताजी एक्सप्रेस बनकर चलेगी।

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