जयंत सिन्हा ने मेक इन इंडिया पर दिए विद्यार्थियों के सवालों के जबाव
सेक्टर-10 डीएवी कॉलेज में सरकार के न्यू इंडिया विजन में छात्रों की भूमिका के विषय पर चर्चा करने के लिए नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा चंडीगढ़ पहुंचे।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-10 डीएवी कॉलेज में सरकार के न्यू इंडिया विजन में छात्रों की भूमिका के विषय पर चर्चा करने के लिए नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा चंडीगढ़ पहुंचे। उन्होंने कहा कि आज हर कोई वाइट कॉलर वाली जॉब करना चाहता, लेकिन सरकार के लिए इतने लोगों को जॉब देना मुनासिब नहीं है। इसलिए स्टूडेंट अपनी सोच बदलें, सरकार की चलाई हुई योजनाओं का फायदा उठाएं और बिजनेसमैन बनकर और लोगों को नौकरी दें, इससे वह न सिर्फ देश तरक्की में सहयोग करेंगे, बल्कि उनको भी कुछ नया करने के लिए मिलेगा।
उन्होंने फ्लिपकार्ट के मालिक संजय बंसल समेत कई लोगों के उदाहरण देकर बताया कि कैसे कुछ लोगों के आइडिया ने हजारों करोड़ के बिजनेस खड़े कर दिए। इस दौरान भाजपा सांसद किरण खेर, प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन और कॉलेज प्रिसिंपल डॉ. पवन शर्मा खास पर मौजूद रहे। मेक इन इंडिया देश की अर्थव्यवस्था के लिए अहम
एमकॉम के छात्र सन्नी ठाकुर ने सरकार की मेक इन इंडिया पॉलिसी पर सवाल करते हुए जयंत सिन्हा से कहा कि क्या आप इस योजना से संतुष्ट है। इस पर जयंत सिन्हा ने कहा कि यकीनन मेक इन इंडिया एक बड़ा विजन है। इसी की वजह से दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल प्लांट नोएडा ने लगा है। कई विदेशी टू व्हीलर बनाने वाली कंपनियां अपने प्लांट इंडिया में लगा रही है, यह सब मेक इन इंडिया का कमाल है, भविष्य में इसके और भी नतीजे देखने को मिलेंगे। अनपढ़ किसान भी बन रहे हैं डिजिटल इंडिया का हिस्सा
एमकॉम की छात्रा शिप्रा ने जयंत सिन्हा से सवाल पूछा कि क्या देश के अनपढ़ किसानों की भी डिजिटल इंडिया में क्या भूमिका है। इसपर जयंत सिन्हा ने कहा कि आज भारत दुनिया में सबसे ज्यादा मोबाइल डेटा इस्तेमाल करने वाला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि टैक्सी ड्राइवर भी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं होते हैं, लेकिन ओला के आने के बाद टैक्सी चालकों ने न सिर्फ अपने काम में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया, बल्कि इससे अपने धंधे को भी नई दिशा दी। किसान भी यकीन नई टेक्नोलॉजी से जुड़ रहे हैं। वह किसान क्रेडिट कार्ड समेत सरकार की कई योजनाओं का फायदा उठा रहे हैं।