जाट महासभा चंडीगढ़ अध्यक्ष के पंजाब मुख्यमंत्री के खिलाफ तीखे बोल, कहा- गरीब बच्चों को दें नौकरी
राजिंदर सिंह बडहेड़ी पहली बार पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ तीखे मिजाज में दिखाए हैं। कैप्टन ने 16 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री का पद संभाला है तब से आम जनता के साथ-साथ अखिल भारतीय जाट महासभा उनसे मिलने के लिए समय मांग रहे हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय प्रतिनिधि और महासभा की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष राजिंदर सिंह बडहेड़ी ने पंजाब में कुर्सी बचाओ अभियान के तहत विधायकों के बच्चों की नियुक्ति का कड़ा विरोध किया है। किसान नेता राजिंदर सिंह बडहेड़ी ने कहा कि ऐसी नियुक्तियों को तत्काल रद किया जाए। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से गरीब किसानों और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के बच्चों को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए अभियान चलाने की अपील की।
राजिंदर सिंह बडहेड़ी पहली बार पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ तीखे मिजाज में दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 16 मार्च, 2017 को मुख्यमंत्री का पद संभाला है, तब से आम जनता के साथ-साथ अखिल भारतीय जाट महासभा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनसे मिलने के लिए समय मांग रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री ने उनके लिए कभी समय नहीं दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह आज उन लोगों से मिलना नहीं चाहते, जिन्होंने जून 2013 में उन्हें रिटायरमेंट जैसे एकांतवास से निकाल कर पंजाब में घुसने दिया था।
कैप्टन को संबोधित करते हुए एस बडहेड़ी ने यह भी कहा आपने 30 सितंबर, 2015 के बाद से जाट महासभा के किसी भी कार्यक्रम में भाग नहीं लिया है। जब से आप 26 नवंबर, 2015 को जट्ट महासभा के समर्थन से पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने हैं, तब से आप ने जाट महासभा का नाम लेना तक छोड़ दिया है। बडहेड़ी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को सलाह दी कि अगर वह पंजाब की जड़ों से यानी आम आदमी से गहराई से नहीं जुड़े तो आगे की सफलता हासिल करना मुश्किल होगा।