आइआरईओ ग्रुप के एमडी ललित गोयल का रिमांड तीन दिन के लिए बढ़ा
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत गिरफ्तार आइआरईओ ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रबंध निदेशक ललित गोयल का सात दिन का रिमांड खत्म होने के बाद उसे पंचकूला स्थित विशेष ईडी कोर्ट में पेश किया।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत गिरफ्तार आइआरईओ ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रबंध निदेशक ललित गोयल का सात दिन का रिमांड खत्म होने के बाद उसे पंचकूला स्थित विशेष ईडी कोर्ट में पेश किया। ईडी ने आरोपित ललित गोयल का सात दिन का रिमांड और मांगा। ईडी की रिमांड के लिए दी गई दलीलें सुनने के बाद अदालत ने उसका रिमांड तीन दिन के लिए और बढ़ा दिया।
पेशी के दौरान ईडी की ओर से पेश हुए वकील ने कहा कि ललित गोयल रिमांड के दौरान जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। वहीं पूछताछ के बाद जो सबूत मिले हैं, उस बारे में भी अभी पूछताछ करनी है।
आरोपित ललित गोयल पर संपत्ति खरीदारों, निवेशकों और अन्य लोगों से धोखाधड़ी का आरोप है। ईडी ने आर्थिक अपराध शाखा दिल्ली द्वारा दर्ज केस में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच शुरू की है। इस मामले में ललित गोयल के अलावा अन्य पर आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय ने आइआरइओ ग्रुप द्वारा ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स (बीवीआइ) मॉरिशियस आदि जैसे टैक्स हैवन देशों में विभिन्न संस्थानों से धन की रूटिग, इक्विटी शेयरों की खरीद के माध्यम से धन का डायवर्जन, खातों की पुस्तकों में काल्पनिक खर्चो की रिकॉर्डिग की बात सामने आई है। लगभग 2600 करोड़ रुपये का एक हिस्सा मनी लॉन्ड्रिंग में सामने आया है। जांच में पता चला है कि ललित गोयल एक विदेशी ट्रस्ट के सेटलर एवं नामित लाभार्थी हैं, जो भारत के बाहर संपत्ति रखने वाली संस्थाओं का मालिक एवं नियंत्रण करता है। हाल ही में पैंडोरा पेपर्स लीक ने चार संस्थाओं (जो ललित गोयल के स्वामित्व में है) का नाम भी उजागर किया था, जिनका वीबीआइ में पंजीकृत पता है और इसकी कुल संपत्ति 77.73 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 575 करोड़ रुपये) से अधिक मूल्य की बताई जा रही है। ईडी ने उसके खिलाफ जारी लुकआउट सर्कुलर के तहत ललित गोयल को 11 नवंबर 2021 तड़के नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था, जब वह देश छोड़कर भागने की फिराक में था। जांच के दौरान ललित गोयल से उसके सहयोगियों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी।