लॉकडाउन के बाद ट्राईसिटी में बढ़ा रियल एस्टेट में निवेश

लॉकडाउन के बाद ट्राईसिटी में रियल एस्टेट निवेश बढ़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 06:58 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 05:04 AM (IST)
लॉकडाउन के बाद ट्राईसिटी में बढ़ा रियल एस्टेट में निवेश
लॉकडाउन के बाद ट्राईसिटी में बढ़ा रियल एस्टेट में निवेश

शंकर सिंह, चंडीगढ़ : लॉकडाउन के बाद ट्राईसिटी में रियल एस्टेट निवेश बढ़ा है। हाउसिग डॉट कॉम द्वारा किए सर्वे में पाया गया कि पिछले वर्ष की छमाही से इस वर्ष की छमाही में 10 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इसमें लोग मेट्रो की जगह टीयर-2 शहरों में घर लेने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हाउसिग डॉट कॉम ने वर्चुअल रेजिडेंशियल डिमांड इंडेक्स से इसकी जानकारी दी। इसके अनुसार छोटे शहरों में घर लेने को अगस्त 2020 में वृद्धि देखी गई। अनलॉक 4.0 के बाद इंडेक्स में मेट्रो 150 अंकों की तुलना में टियर 2-3 शहरों ने 210 अंकों की छलांग लगाई। लॉकडाउन के बाद ट्राईसिटी में 186 यूनिट्स बेचे

सुषमा ग्रुप के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर प्रतीक मित्तल ने कहा कि लॉकडाउन के बाद उनके चार प्रोजेक्ट्स सुषमा क्रेसेंट, जॉयनेस्ट एमओएच 1, ग्रैंडे और इनफीनियम से कुल 186 युनिट्स बिके। वर्तमान स्थिति में रियल एस्टेट निवेश बेहतर विकल्प बना। जिससे प्रॉपर्टी की बिक्री बढ़ी। इसके अलावा आरबीआइ द्वारा रेपो दर पर चार फीसद की स्थिति बनाए रखी, जिससे ग्राहक रियल एस्टेट में निवेश के लिए आकर्षित हुए। लॉकडाउन के बाद बेची 377 यूनिट्स

जीबीपी ग्रुप के डायरेक्टर, ब्रांडिग रमन गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन के बाद अभी तक विभिन्न प्रोजेक्ट्स में 377 युनिट्स बेचे गए। जिसमें जीबीपी एथेंस, कैमिलीया, टेकटाउन, सेंट्रम और विभिन्न कमर्शियल साइट्स शामिल हैं। रमन ने कहा कि बैंक द्वारा कम ब्याज दरें भी लोगों को प्रॉपर्टी में निवेश के लिए आकर्षित कर रही हैं। इसके अलावा आने वाले त्योहार सीजन में हम अच्छी सेल्स की उम्मीद कर रहे हैं। 12-15 फ्लैट्स बिक रहे महीने के

ग्रीन लोट्स के एमडी अमित मित्तल ने कहा कि लॉकडाउन के शुरुआती एक महीना मुश्किल रहा, मगर फिर सेल्स में बढ़त हुई। अभी हम औसतन महीने में 12-15 फ्लैट बेच रहे हैं। लॉकडाउन से पहले यही स्थिती थी। हम उम्मीद कर रहे हैं कि फेस्टिवल सीजन के आगमन से सेल्स और बढ़ेगी। रिवर्स माइग्रेशन से आई टीयर-2 शहरों में तेजी

हाउसिगडॉटकॉम के ग्रुप सीईओ ध्रुव अगरवाला ने कहा कि कारपोरेट वर्कफोर्स के रिवर्स माइग्रेशन से टीयर-2 सिटी की तरफ लोग आकर्षित हुए। इस वर्ष पहली छमाही में टीयर-2 शहरों की रियल एस्टेट मार्केट में हिस्सेदारी 27 फीसद हुई, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 18 फीसद थी। अमृतसर जैसे शहरों में पोस्ट कोविड आभासी आवासीय मांग 100 फीसद, जबकि चंडीगढ़ और लुधियाना में 80 फीसद से अधिक की वृद्धि देखी गई।

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