चंडीगढ़ में बनेगा इंटरनेशनल लेवल का स्केटिंग स्टेडियम, 200 मीटर स्केटिंग ट्रैक के साथ ये सुविधाएं भी होंगी
चंडीगढ़ में इंटरनेशनल लेवल का स्केटिंग स्टेडियम तैयार किया जाएगा। प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग ने इसका नक्शा पास कर दिया है। सेक्टर-23 स्थित गर्वनमेंट स्टेडियम में यह स्केटिंग स्टेडियम बनाया जा रहा है। जल्द ही इसपर काम शुरू हो जाएगा।
विकास शर्मा, चंडीगढ़। शहर में स्केटिंग स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। सेक्टर-23 स्थित गर्वनमेंट स्टेडियम में यह स्केटिंग स्टेडियम बनाया जा रहा है। शहर में बनाया जा रहा स्केटिंग स्टेडियम संगरूर पुलिस लाइन में बने स्केटिंग स्टेडियम की तर्ज पर बनेगा। इस बात का खुलासा खुद स्पोर्ट्स डायरेक्टर तेजदीप सिंह सैनी ने किया है।
उन्होंने बताया कि संगरूर पुलिस लाइन में स्थित स्केटिंग स्टेडियम अंतरराष्ट्रीय स्तर का है,इसी स्केटिंग रिंक की तरफ पर चंडीगढ़ में स्टेकिंग रिंक बनेगा। उन्होंने बताया कि इसके बाबत स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट का एक दल और इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों का एक दल संगरूर पुलिस स्केटिंग स्टेडियम का दौरा भी कर चुका है।
इंजीनियरिंग विभाग ने पास कर दिया है डिजाइन
सेक्टर -23 स्थित गर्वनमेंट सीनियर स्कूल के परिसर में बनने वाले इस स्केटिंग रिंक का नक्शा भी इंजीनियरिंग विभाग ने पास कर दिया है। तेजदीप सिंह सैनी ने बताया कि इस स्टेडियम को बनाने का काम इंजीनियरिंग विभाग जल्द शुरू करेगा, ताकि खिलाडिय़ों स्केटिंग की कोचिंग लेने के लिए पंचकूला स्टेडियम न जाने पड़े।
200 मीटर की बनेगी स्केटिंग ट्रैक
सेक्टर -23 स्थित गर्वनमेंट स्टेडियम में बनने वाला स्केटिंग स्टेडियम में 200 मीटर की स्केटिंग फील्ड बनेगा। इसके साथ स्टेडियम में स्केटिंग ट्रेक भी बनेगा। इसके अलावा 500 चेयर भी इसमें लगेगी। मैच के दौरान लोग स्टेडियम में बैठकर मैच देख सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा निर्माण कार्य
स्पोर्ट्स डायरेक्टर तेजदीप सैनी ने बताया कि संगरूर की पुलिस लाइन में पुलिस स्केटिंग स्टेडियम इंटरनेशनल स्तर का बना है, इस स्टेडियम में किस तरह की सुविधाएं हैं इसका कैसा ढांचा है, इसी को देखने के लिए हम इंजीनियरिंग विभाग की टीम के साथ संगरूर गए थे। चंडीगढ़ स्टेडियम भी उसी तर्ज पर बनाया जाएगा, इसमें कई और फीचर्स भी जोड़ी जाएंगी। उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट शहर में बनने वाली हर इमारत का निर्माण इसी लिहाज से करेगा, ताकि उस कई सालों तक अपडेट न करना पड़े।