कबूतरबाजों के पंजे में पंजाब, युवा ऐसे हो रहे ट्रैवल एजेंटों के शिकार, खुलासा उड़ा देगा होश

पंजाब में अवैध ट्रैवल एजेंटों ने अपना जाल और फैला लिया है। पंजाब के युवा लगातार इनके शिकार हो रहे हैं और आए दिन अपनी जान गंवा रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 10 Aug 2018 06:50 PM (IST) Updated:Sat, 11 Aug 2018 08:55 PM (IST)
कबूतरबाजों के पंजे में पंजाब, युवा ऐसे हो रहे ट्रैवल एजेंटों के शिकार, खुलासा उड़ा देगा होश
कबूतरबाजों के पंजे में पंजाब, युवा ऐसे हो रहे ट्रैवल एजेंटों के शिकार, खुलासा उड़ा देगा होश

जेएनएन, जालंधर/चंडीगढ़। पंजाब कबूतरबाजों के पंजे में फंसता जा रहा है, लेकिन इनके पंख कतरने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा। विदेश जाने के जुनून में युवा और उनके घरवाले अपनी जमापूंजी लुटा रहे हैं। जमीन तक गिरवी रख रहे हैं, लेकिन उन्हें रोजगार के नाम पर सिर्फ धोखा मिलता है। इतना ही नहीं अवैध तरीके से विदेश जाने के चक्कर में कई युवाओं को जान भी गंवानी पड़ी है।

20000 ट्रैवल एजेंट हैं पंजाब में, 1200 एजेंट ही पंजीकृत

जागरण ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था तो कैप्टन सरकार ने इस मुद्दे पर संज्ञान लिया। सरकार ने ऐलान किया कि अवैध ट्रेवल एजेंटों पर शिकंजा कसा जाएगा। मुख्‍यमंत्री ने फर्जी एजेंटों के बारे में ब्लू प्रिंट तैयार करने व फॉरेन इंप्लॉयमेंट ब्यूरो खोलने के भी आदेश दिए थे। लेकिन, तमाम प्रयासों के बावजूद यह गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा और ठगी का सिलसिला जारी है।

पूर्व अकाली-भाजपा सरकार ने पंजाब ट्रैवल प्रोफेशनल रेगुलेशन एक्ट-2012 में संशोधन किया, लेकिन हालात नहीं सुधरे। आखिर सरकार कब कड़ा कदम उठाएगी, ताकि युवा ठगी का शिकार होने व जान गंवाने से बच सकें। बरनाला के युवक के खुलासे के बाद अभी बेंगलुरु में बंधक बनाए गए पंजाब के 15 युवकों का मामला हल भी नहीं हुआ था कि होशियारपुर के एक युवक को नौकरी का झांसा देकर थाईलैंड भेजने और बंधक मारपीट का मामला सामने आया है। थाईलैंड से बचकर वापस आए युवक की शिकायत पर पुलिस ने दो एजेंटों पर केस दर्ज किया है।

-------

वर्षों से चल रहा खेल

विदेश में गैरकानूनी तरीके से पंजाबियों को भेजने का खेल सालों से चल रहा है। दो महीने पहले जालंधर में पुलिस ने फर्जी एजेंटों की धरपकड़ को लेकर चलाए एक दिन के अभियान में 40 एजेंटों के दफ्तरों में छापेमारी की। इनमें से 20 एजेंट फर्जी निकले। लुधियाना में 18 से ज्यादा व कपूरथला में 15 एजेंटों की गिरफ्तारी की गई। 37 मामले दर्ज किए गए, लेकिन 68 एजेंटों को अभी भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

होशियारपुर में दो महीने पहले एजेंटों के खिलाफ 59 केस, शहीद भगत सिंह नगर में 29 केस दर्ज किए गए। पंजाब में प्रिवेंशन ऑफ ह्यूमन स्मगलिंग एक्ट के लागू होने के चार साल बाद की यह तस्वीर स्पष्ट करती है कि कितनी तेजी से फर्जी ट्रैवल एजेंट अपना खेल चला रहे हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सख्त होने के बाद गृह सचिव एनएस कलसी ने सभी जिलों के डीसी व पुलिस प्रमुखों को आदेश जारी किए, लेकिन दोबारा इसकी रिपोर्ट नहीं ली।

---

दोआबा में सबसे ज्यादा ठगी

पंजाब में ट्रैवल एजेंटों का सबसे ज्यादा धंधा दोआबा में है। जालंधर में सबसे ज्यादा ट्रेवल एजेंट हैं। जालंधर में 10 में से पांच लोग अवैध तरीके से भेजे जाते हैं। यहां 6 हजार ट्रैवल एजेंट हैं, जिनमें से मात्र 517 ही पंजीकृत हैं। लुधियाना में भी मात्र 282 एजेंट ही पंजीकृत हैं।

---

ऐसे फंसाते हैं जाल में

1. ज्यादातर एजेंटों ने दलालों को काम सौंप रखा है। अधिकतर केस दलालों के जरिए बुक होते हैं।

2. दलाल से विदेश जाने के लिए इच्छुक व्यक्ति के बारे में सारी जानकारी एकत्र की जाती है।

3. 90 फीसदी फर्जी एजेंट पहले कोई चार्ज नहीं लेते। जबकि पंजीकृत एजेंट पहले कंसल्टेंसी फीस के रूप में 5 से 10 हजार रुपये लेते हैं।

4. विदेश में तत्काल नौकरी का झांसा देकर जाल में फंसाते हैं।

5. ग्राहकों को पहले थाईलैंड, मलेशिया, श्रीलंका जैसे देशों में पर्यटक वीजा पर भेजा जाता है। इससे वे भरोसा जीत लेते हैं।

6. इसके बाद कनाडा, यूके व दुबई के सपने दिखा कर मोटी रकम वसूलते हैं। कुछ को बिना वर्किंग वीजा के ही भेज दिया जाता, जिन्हें पकड़े जाने पर डिपोर्ट कर दिया जाता है।

7. कुछ युवाओं को विदेश ले जाने के नाम पर भारत के ही तटीय क्षेत्रों में उतार कर बंधक बना लिया जाता है। विरोध करने या पैसे न देने पर उनकी हत्या कर दी जाती है।

--------

57 देशों में अवैध तरीके से गए 20 हजार पंजाबी

हाल ही में यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑफ ड्रग्स एंड क्राइम (यूएनओडीसी) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि बीते कुछ वर्षों में दुनिया के 57 देशों में 20 हजार से ज्यादा पंजाबी युवाओं को गैरकानूनी तरीके से भेजा गया है। 1996 में हुए माल्टा कांड और उसके 20 साल बाद पनामा कांड के बाद भी न तो सरकार की नींद टूटी है और न ही लोग जागरूक हुए हैं। माल्टा नाव कांड में 283 पंजाबी मारे गए थे, जबकि पनामा कांड में 25 पंजाबी युवाओं का आज तक पता नहीं चल सका।

---

एजेंट देते हैं दोहरा धोखा

ट्रैवल एजेंटों की भीड़ में कुछ ऐसे भी हैं, जो विदेश भेजने व डॉलर कमाने का लालच देकर पंजाबी युवाओं को मानव तस्करी का शिकार बना रहे हैं। बीते दिनों इराक व दुबई सहित कई खाड़ी देशों में पंजाब के युवाओं व युवतियों को भेजे जाने के मामले सामने आए हैं। इन युवाओं के पासपोर्ट कब्‍जे में ले लिए जाते हैं और उन्हें बंधक बनाकर काम लिया जाता है। घरों व कारखानों में काम करने के लिए एजेंटों की तरफ से भेजे जाने वाले लोगों की बिक्री पहले ही कर दी जाती है। एजेंट इन युवाओं व उनके परिवार से भी लाखों रुपये वसूलते हैं और विदेश में बैठे लोगों से भी मोटी धनराशि ले लेते हैं, जो यहां से जाने वाले लोगों को नौकरी देते हैं।

-----

जागरूक नहीं हो रहे लोग: डीजीपी

डीजीपी सुरेश अरोड़ा का कहना है कि फर्जी एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पुलिस को सख्त हिदायतें हैं। एक साल में कई एजेंटों पर कारवाई की गई है, लेकिन लोग अब भी जागरूक नहीं हो रहे। लोग बिना जानकारी के एजेंटों के चक्कर में फंस जाते हैं और उनसे गैर कानूनी तरीके से विदेश भेजने का आग्रह करते हैं। एजेंट लोगों की कमजोर नब्ज को समझते हुए उन्हें भरोसे में ले लेते हैं कि थोड़ी सी परेशानी उठाकर वह अमेरिका या अन्य बड़े देश तक पहुंच सकते हैं। लोग एजेंटों के बारे में पहले पता कर लें कि उनका पंजीकरण है या नहीं। लाइसेंस लिया है या नहीं। उसके बाद ही उनके संपर्क में आएं। एजेंटों को कानून के अनुसार ही धनराशि दें। उसकी रसीदें अपने पास रखें। विदेश जाने वाले लोगों के परिवारों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह उनके निर्धारित स्थान तक पहुंचने के दौरान संपर्क में रहें।

----

राज्यसभा में भी उठा मामला

भाजपा के राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक ने हाल ही में यह मामला सदन में उठाया था। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की थी कि इस धोखाधड़ी को रोकने के लिए पंजाब सरकार को निर्देश जारी करें।

-------------

कबूतरबाजों के श्‍ािकार हुए युवाओं की दर्द भरी कहानियां

अवैध कबूतरबाजी के शिकार हुए पंजाब के कई युवाआें की कहानी बड़ी दर्दभरी है। काफी संख्‍या में ऐसे युवा बेहद खराब हालत में फंंसे और उन्‍हें जान तक से हाथ धोना पड़ा। पेश है ऐसी कुछ दास्‍तान।

कई दिन पैदल चलने के बाद पनामा के जंगलों में मिली मौत

कपूरथला : उज्जवल भविष्य व रोजी रोटी की तलाश में करीब तीन माह पहले नडाला का सुनील कुमार घर से अमेरिका के लिए निकला था, लेकिन धोखेबाज एजेंट के चुंगल में फस कर मौत के मुंह में समा गया। कई दिनों तक पनामा के जंगलों में लगातार पैदल चलने की वजह से उसके पैरों व टांगों पर जख्म हो गए थे। वह चलने से लाचार हो गया। 30 जून को पनामा से कोलंबिया ले जाते समय सुनील नहर में पानी पीने के लिए झुका तो एजेंटों ने उसे धक्का दे दिया। सुनील ने बचने की भरसक कोशिश की, लेकिन पानी का बहाव तेज होने से उसमें बह गया और उसकी मौत हो गई।

यह भी पढ़ें: 19 बार एक्सटेंशन व 10 साल तक वेतन एक रुपया, यह हैं सर्जिकल स्‍टाइक के हीरो के पिता

सुनील के घर वालों को दस दिन बाद इसकी सूचना मिली। वह मां-बाप का इकलौता बेटा था। उसकी दो बहनें हैं। पिता गुरुद्वारा बाउली साहिब मार्केट में कपड़े की दुकान करते हैं। सुनील के पिता दविंदर कुमार ने बताया कि गांव टांडी दाखली निवासी एजेंट जसबीर सिंह के साथ उनके बेटे सुनील कुमार को अमेरिका भेजने के लिए 23 लाख 50 हजार में बात हुई थी। वह पहले 19 लाख रुपये और सुनील का पासपोर्ट ले गया। 21 अप्रैल को सुनील अमेरिका जाने के लिए घर से रवाना हुआ और 24 अप्रैल को फ्लाइट के जरिए दिल्ली से पनामा पहुंच गया। 8 जून को उनकी अपने बेटे सुनील के साथ पनामा के जंगल से आखिरी बार बात हुई थी। 8 जुलाई को उन्हें भहेवा (हरियाणा) निवासी कंवर सिंह का फोन आया, जिससे पता चला कि अमेरिका जा रहे गुरजीत सिंह ने उन्हें बताया कि सुनील कुमार की रास्ते में मौत हो गई है।

----------------

यह भी पढ़ें: हो गई भारी गड़बड़ी, बूंद-बूंद पानी को तरसेंगे इन तीन राज्‍याें के लोग, मचेगा हाहाकार

कनाडा भेजने की बजाय जान से मारने की तैयारी में थे एजेंट

नवांशहर: विदेश में भविष्य बनाने के सपने लिए जतिंदर कुमार एजेंटों जाल में ऐसा फंसा कि अब उसका परिवार कर्ज में डूब चुका है। परिवार पर 19.50 लाख रुपये का कर्ज है। उनके पास अभी कोई ऐसा साधन नहीं है कि वह कर्ज उतार सकें। जतिंदर यहीं पर प्लंबर का काम कर रहा है। जतिंदर के पिता बलजीत सिंह बताते हैं कि एजेंटों ने भरोसा दिया कि कनाडा पहुंचने के बाद ही वे उनसे रुपये लेंगे। 9 दिसंबर 2017 को एजेंटों ने जतिंदर को यह कह कर गुवहाटी की फ्लाइट पर बैठाया कि वहीं से उसे कनाडा की फ्लाइट पर भेजा जाएगा।

गुवाहाटी पहुंचने के बाद ट्रेवल एजेंट उसे अपने ठिकाने पर ले गए। लगातार उसे तीन दिनों तक पीटते रहे। घर पर यह कहलवाया कि वह कनाडा पहुंच गया है, इसलिए एजेंटों को राशि दे दें। एजेेंटों ने जतिंदर को 10 दिनों तक अपने पास रखा। वे उसे रोज उसे पीटा करते थे। जब उन्हें यह संदेश मिल गया कि परिवार ने एजेंटों को रुपये दे दिए हैं तो वे उसे यह कहते हुए एक गाड़ी में बैठाकर जंगल की तरफ ले गए कि उसे विदेश भेज दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें: अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने से इन्कार पर इंजीनियर पति ने कहा-तलाक...तलाक...तलाक

 इस दौरान उसकी आंखों पर काले शीशे वाली एेनक पट्टी के साथ कस कर लगाई गई थी। करीब दो घंटे तक जंगल में गाड़ी चलाने के बाद उसे उतार दिया। उसे शक होने लगा कि वे उसे मार देंगे। एक व्यक्ति ने उसे पकड़ रखा था। उसने गिरोह के व्यक्ति को धक्का देकर गिरा दिया और खुद जंगल में भाग गया। बाद में वह किसी तरह रेलवे पुलिस के पास पहुंचा इसके बाद वह उनकी सहायता से वापस घर पहुंचा। इसके बाद भी उसे धमकियां दी जाती रहीं।
-------------------

कबूतरबाजों के विभिन्‍न देशों में भेजने के रेट 

कनाडा: 25 से 30 लाख

------------------------------------

अमेरिका: 25 से 30 लाख

------------------------------------

इटली: 15  से 20 लाख

------------------------------------

दुबई: 10 से 15 लाख

------------------------------------

अन्य अरब देश: 8 से 12 लाख

------------------------------------------

 यह भी पढ़ें: गूगल की भी 'अम्‍मा' हैं चौथी तक पढ़ीं कुलवंत कौर, इनकी प्रतिभा जान रह जाएंगे हैरान

पंजाब के किस जिले में क्‍या है हाल-

अमृतसर

पंजीकृत एजेंट: 150
आवेदन पेंडिंग: 100
कार्रवाई: 75 पर एफआइआर, 13 गिरफ्तार
ठगी के मामले: 80 से ज्यादा
मौत: एक युवक की मौत

-----------------------------------------------

फरीदकोट
पंजीकृत एजेंट: 40
आवेदन पेंडिंग: 22
ठगी के मामले: 12
कार्रवाई: 12 के खिलाफ केस
---------------------------------------------
बरनाला
पंजीकृत एजेंट: 41
आवेदन पेंडिंग: 30
कार्रवाई: 6 पर केस, एक गिरफ्तार
ठगी के मामले: 100
--------------------------------------------
गुरदासपुर
पंजीकृत एजेंट: 68
आवेदन पेंडिंग: 38
कार्रवाई: 2 पर केस
ठगी के मामले: 150
---------------------------------------------
जालंधर
पंजीकृत: एजेंट 517
पेंडिंग आवेदन: 638
कार्रवाई: 250 पर केस, 50 गिरफ्तार
ठगी का शिकार: 226 (तीन साल में)

---------------------------------------------
नवांशहर
पंजीकृत एजेंट: 88
कार्रवाई: 83 मामले दर्ज, 54 गिरफ्तार
ठगी के मामले: 83
मौत: एक युवक की मौत

----
लुधियाना:
-पंजीकृत एजेंट: 282
-आवेदन पेंडिंग: 80
-कार्रवाई: 60 पर एफआइआर, 10 गिरफ्तार
-ठगी के मामले: 1000 से अधिक
-मौत: दस साल में छह
----
तरनतारन
पंजीकृत एजेंट: 10
आवेदन पेंडिंग: 26
कार्रवाई: 171 के खिलाफ केस, 17 गिरफ्तार
ठगी के मामले: 700

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी