चंडीगढ़ मेयर चुनाव में वोट खराब करने वाले भाजपा पार्षदों की पहचान, पार्टी में मचेगा घमासान

चंडीगढ़ मेयर चुनाव के दौरान अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार को वोट न देकर अपने वोट खराब करने वाले भाजपा के दो पार्षदों की पहचान के लिए कमेटी गठित की गई है। जल्द ही कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी जिससे पार्टी में घमासान मचने के आसार बन रहे हैं।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 12:32 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 12:32 PM (IST)
चंडीगढ़ मेयर चुनाव में वोट खराब करने वाले भाजपा पार्षदों की पहचान, पार्टी में मचेगा घमासान
मेयर चुनाव में वोट खराब करने वाले पार्षदों की पहचान।

चंडीगढ़ [राजेश ढल्ल]। चंडीगढ़ मेयर चुनाव के बाद से ही जब भी भाजपा के चार से पांच पार्षद और नेता इकट्ठे होते हैं तो इस बात की खुसरपुसर शुरू हो जाती है कि वह दो पार्षद कौन हैं, जिन्होंने पार्टी उम्मीदवार को दगा देकर वोट खराब की जबकि हर पार्षद को मोबाइल से तस्वीर खींचकर लाने के लिए कहा गया था। अधिकतर पार्षदों ने यह जिम्मेदारी भी निभाई।

जबकि भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद इन पार्षदों की पहचान कर इन्हें पार्टी से बाहर निकालना चाहते हैं, जबकि चंद नेता सूद को सलाह दे रहे हैं कि इस तरह की कोई कार्रवाई न की जाए। नेताओं का कहना है कि जिन दो ने वोट खराब की है वह पार्टी के सीनियर पार्षद हैं। लेकिन एक बात तो सच है कि जब इस मामले में गठित कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी और कार्रवाई की जाएगी, तो राजनीतिक बवाल जरूर मचेगा लेकिन कांग्रेस इसे भी अपना फायदा मान कर चल रही है।

बैठने की दिशा बदली

जब से कुलदीप चहल ने एसएसपी के तौर पर पद संभाला है तो उनसे मिलने वाले लोगों की तादाद भी बढ़ गई है। जबकि एसएसपी कुलदीप चहल ने कमरे में अपने बैठने की डायरेक्शन बदल दी है।एंट्री करते ही उनका टेंबल है जबकि पहले कमरे में पूरी तरह से प्रवेश करने के बाद राइट साइट पर एसएसपी साहब बैठते थे।यहां पर पिछले आधा दर्जन से ज्यादा एसएसपी अपने अपने कार्यकाल में बैठे लेकिन उन्होंने बैठने की दिशा नही बदली।ऐसे में कई लोग यह भी मानते हैं कि वास्तु के कारण शायद उन्होंने बैठने की दिशा बदल दी।लेकिन उनका मानना है कि ऐसा नहीं है।किसी के पूछने पर उन्होंने बताया कि जब वह कई साल पहले चंडीगढ़ पुलिस में एएसआई के पद पर तैनात थे उस समय इसी दिशा में उस समय के एसएसपी एसएस श्रीवास्तव बैठते थे जहां इस समय अब वह बैठ रहे हैं।ऐसे में असली जगह तो यही हुई।जबकि चहल मिलने आने वाले लोगों को शहर की हरियाली को बचाने के लिए भी कुछ न कुछ करने के लिए अवेयर करते हैं।

नहीं मिला गुफ्तगूं का मौका

हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल स्थित बिलासपुर में अपने घर जाने के लिए मोहाली स्थित अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आए।यहां से पहले उनका बाए रोड ही हिमाचल कार में जाने का प्रोग्राम था।ऐसे में यह भी प्लान बना कि चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष अरुण सूद ने स्थानीय मुद्दों पर कुछ मंथन नड्डा के साथ करना है।ऐसे में सूद का भी आधे रास्ते तक उनकी कार में ही सफर करने का प्लान बना इसके लिए सूद द्वारा तैयारी भी की गई लेकिन एयरपोर्ट पर हिमाचल सरकार के सीएम जयराम ठाकुर चौपर से नड्डा को लेने के लिए पहुंच गए ऐसे में नड्डा के साथ कार में गुफ्तगूं करने का मौका सूद से छीन गया और मुद्दाें पर मंथन भी धरा का धरा रह गया।एक दिन बाद भी नड्डा दिल्ली जाने के लिए मोहाली एयरपोर्ट पर आए।

 

कैंटीन बना आफिस

लाखों रुपये खर्च कर नगर निगम में आलीशान कैंटीन बनाई गई।लेकिन नगर निगम इस कैंटीन को ज्यादा देर तक नहीं चला सका।ऐसे में कर्मचारियों ने नगर निगम की छठे मंजिल पर बनी इस कैंटीन को आफिस में तबदील कर दिया है जहां पर अब कर्मचारी बैठकर अपना रूटीन का काम करते हैं।पिछले दो साल यहां की कैंटीन बंद है।कैंटीन को चलाने के लिए दो बार टेंडर का नोटिस निकाला गया लेकिन कोई भी नहीं आया।जबकि इस कैंटीन में अलग से रसाेई की भी व्यवस्था की गई है।पहले इस कैंटीन का प्रयोग सदन की बैठक में आयोजित लंच के दौरान हो जाता था लेकिन अब तो कोरोना काल के कारण लंच पर भी पाबंदी लग गई है ऐसे में कैंटीन पूरी तरह से आफिस बन गया है।जबकि अब यह मेयर रविकांत शर्मा के लिए भी एक काम है कब वह फिर से कैंटीन को शुरू करवाकर यहां पर नोमिनल रेट पर खाना और चाय- पानी शुरू करवाते हैं।

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