चंडीगढ़ में किशोर की मौत, उपचार में लापरवाही के आरोप में स्वजनों का मनीमाजरा सिविल अस्पताल में हंगामा

कुलदीप सिंह का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टर और दो नर्सों ने इलाज में लापरवाही बरती। सुबह एक इंजेक्शन के बाद डाक्टरों ने उसे कोई और दवाई नहीं दी। नवदीप बार बार यह कहता रहा कि उसका दम घुट रहा है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 03:57 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 03:57 PM (IST)
चंडीगढ़ में किशोर की मौत, उपचार में लापरवाही के आरोप में स्वजनों का मनीमाजरा सिविल अस्पताल में हंगामा
16 साल के नवदीप की मनीमाजरा सिविल अस्पताल में मौत हो गई।

जागरण संवाददाता , मनीमाजरा (चंडीगढ़)। उपचार के दौरान मनीमाजरा सिविल अस्पताल में 16 वर्षीय किशोर नवदीप की मौत के बाद स्वजनों ने हंगामा किया। नवदीप रामदरबार का रहने वाला था। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर उपचार में लावपरवाही का आरोप लगाया। घरवालों ने कहा कि मरीज की स्थिति गंभीर होते हुए भी डाक्टरों ने सही समय और सही ढंग से उसका उपचार नहीं किया। वहीं सूचना पाते ही मनीमाजरा थाना पुलिस पहुंची मौके ने परिजनों की शिकायत लेकर उन्हें शांत करवाया और मामले की जांच शुरू कर दी। वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले में अभी तक अपना पक्ष नहीं रखा है। नवदीप का मनीमाजरा शमशानघाट में अंतिम संस्कार किया जा रहा है। 

किशोर के पिता कुलदीप सिंह ने बताया कि वे सेक्टर-17 डीसी ऑफिस के बाहर टाइपिस्ट हैं। वह परिवार के साथ रामदरबार फेस दो में मकान नंबर 2615 में रहते हैं। उनके दो पुत्र नवदीप और वंश हैं। नवदीप सेंट सोल्जर स्कूल, सेक्टर-28 में दसवीं कक्षा और वंश नौवी कक्षा में पढ़ता है। कुलदीप ने बताया कि दो दिन पहले नवदीप को हल्का बुखार हुआ, जिसके बाद उन्होंने उसे बुखार की दवाई दी। बुधवार शाम को वह ट्यूशन पढ़ने गया था। लौटकर रात को वह अपने कमरे में सोने चले गया। रात को दो बजे उल्टी आई। उसकी आवाज सुनकर पूरा परिवार उठ गया। तीन बजे के बाद उसे दोबारा उल्टी आई। उसकी तबीयत खराब होते देख वे उसे सुबह 4 बजे मनीमाजरा सिविल अस्पताल में लेकर गए, जहां सुबह 11 बजे उसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।

कुलदीप सिंह का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टर और दो नर्सों ने इलाज में लापरवाही बरती। सुबह एक इंजेक्शन के बाद डाक्टरों ने उसे कोई और दवाई नहीं दी। नवदीप बार बार यह कहता रहा कि उसका दम घुट रहा है। बहुत घबराहट हो रही है। नर्सों ने यह कहा कि इसके प्लेटलेटस कम होकर 43 हजार रह गए है। इसलिए घबराहट हो रही है। उन्होंने कई बार डाक्टर्स से कहा कि अगर गंभीर मामला है तो वो उसे पीजीआइ

या प्राइवेट अस्पताल लेकर जा सकते हैं। डाक्टर्स उसे यही कहते रहे कि कोई घबराने वाली बात नहीं है।

नहीं करवाया पोस्टमार्टम

अस्पताल में हंगामा की सूचना पाते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से समझा बुझाकर शांत किया। इसके बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया और शव को लेकर चले गए। परिजन आज शाम को मनीमाजरा शमशान घाट पर मृतक का अंतिम संस्कार करेंगे।

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