तीसरी लहर से कैसे निपटेगा पीजीआइ, पार्लियामेंटरी कमेटी ने मांगा एक्शन प्लान

कोरोना महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए पीजीआइ ने क्या एक्शन प्लान तैयार किया है इसको लेकर हेल्थ पार्लियामेंटरी कमेटी के सदस्यों ने समीक्षा की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 07:30 AM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 07:30 AM (IST)
तीसरी लहर से कैसे निपटेगा पीजीआइ, पार्लियामेंटरी कमेटी ने मांगा एक्शन प्लान
तीसरी लहर से कैसे निपटेगा पीजीआइ, पार्लियामेंटरी कमेटी ने मांगा एक्शन प्लान

विशाल पाठक, चंडीगढ़।

कोरोना महामारी की तीसरी लहर से निपटने के लिए पीजीआइ ने क्या एक्शन प्लान तैयार किया है, इसको लेकर हेल्थ पार्लियामेंटरी कमेटी के सदस्यों ने समीक्षा की। पार्लियामेंटरी कमेटी ने पीजीआइ से इस एक्शन प्लान की रिपोर्ट मांगी है, ताकि उनके एक्शन प्लान को देश के बाकी राज्यों और शहरों में चिकित्सा संस्थानों के साथ साझा किया जा सके। बता दें वीरवार को हेल्थ पार्लियामेंटरी कमेटी के सदस्यों ने पीजीआइ का दौरा किया। कमेटी के चेयरमैन प्रो. राम गोपाल यादव के नेतृत्व में पीजीआइ के बोर्ड रूम में निदेशक प्रो. जगतराम और बाकी सदस्यों के साथ बैठक हुई। इस बैठक में कमेटी के बाकी सदस्य, जिसमें पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी, इंदूबाला गोस्वामी, डा. एल हनुमंतैया, सुरेश प्रभू, शांतनु सेन, वशिष्ठ नारायण सिंह, के सोम प्रसाद, डा. सुब्रामण्यम स्वामी और संपतिया, उडके, लोकसभा से भावना गावली राम्या, हरीदास चंद सेन जादों, मलोथ कविता, डॉ. अमोल रामसिंह कोल्हे, डॉ. महेश शर्मा मौजूद रहे।

बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल का दिया प्रजेंटेशन

पार्लियामेंटरी कमेटी के चेयरमैन प्रो. राम गोपाल यादव ने बैठक में पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम से जहां तीसरी लहर को लेकर चर्चा की, वहीं, तीसरी लहर में बच्चों पर संक्रमण का कितना असर होगा, इसको लेकर क्या तैयारी की गई है और बच्चों पर वैक्सीन कितनी कारगर होगी। इस पर रिपोर्ट मांगी। प्रजेंटेशन के दौरान प्रो. जगतराम ने पार्लियामेंटरी कमेटी के सदस्यों को बताया की बच्चों पर वैक्सीन के ट्रायल के लिए उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और आइसीएमआर से मंजूरी मांगी है। जगतराम ने बताया कि पीजीआइ 12 से 17 साल 920 बच्चों पर वैक्सीन का ट्रायल करेगा।

सीरो सर्वे की रिपोर्ट की पेश

पार्लियामेंटरी कमेटी को प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि शहर के 6 से 18 साल के 2,695 बच्चों पर सर्वे किया गया। इस सीरो सर्वे में सेक्टरों में रहने वाले 67 फीसद, गांव में रहने वाले 75 फीसद और कॉलोनी में रहने वाले 76 फीसद बच्चों में एंटीबॉडीज पाई गई। पीजीआइ ने कमेटी को बताया कि सीरो सर्वे के जरिए यह तथ्य सामने आया है कि कुल मिलाकर 72.7 फीसद बच्चे संक्रमण की चपेट में आए थे, लेकिन मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता होने के कारण बच्चे रिकवर कर गए। ऐसे में तीसरी लहर में बच्चों पर संक्रमण का खतरा कम होगा। लेकिन बच्चों को तीसरी लहर से निपटने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है। कैंसर के मरीजों की सुविधा का जायजा लिया पार्लियामेंटरी कमेटी ने इस दौरान पीजीआइ का दौरा करते हुए रेडियोलॉजी विभाग का निरीक्षण किया। यहां जाकर कमेटी के सदस्यों ने कैंसर के मरीजों को किस प्रकार इलाज मुहैया कराया जा रहा है। रेडियोडाग्नोसिस, कीमोथैरेपी और कैंसर का किस प्रकार इलाज किया जा रहा है। इसको लेकर नई तकनीकों और सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।वहीं, कमेटी के सदस्यों ने गामा नाइफ सेंटर और एडवांस आई सेंटर में जाकर सुविधाओं का जायजा लिया।

पीजीआइ ने कमेटी को बताई ये उपलब्धियां

-पीजीआइ वर्ष 2018 से लगातार चौथी बार देश के टॉप मेडिकल कॉलेज की सूची में दूसरे स्थान पर है।

-पीजीआइ में कोरोना महामारी से निपटने के लिए अलग से नेहर अस्पताल विस्तार खंड को कोविड हॉस्पिटल में तबदील कर दिया है।

-बच्चों की सुरक्षा के लिए पीजीआइ में अलग से 50 बेड का पीडियाट्रिक कोविड वार्ड बनाया गया।

-पीजीआइ में दो हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन जनरेट करने वाला प्लांट लगाया गया।

-पीजीआइ ने कोविशील्ड वैक्सीन का सफल ह्यूमन ट्रायल किया।

-टेलीमेडिसन के जरिए पीजीआइ ने कोरोना महामारी के दौरान करीब दो लाख लोगों को इलाज मुहैया कराया।

-महामारी में 3,248 गरीब मरीजों का 1.40 करोड़ रुपये खर्च कर निशुल्क इलाज मुहैया कराया।

-पीजीआइ में जल्द ही एडवांस न्यूरोसाइंस ब्लॉक बनकर होगा तैयार।

-पीजीआइ में 300 बेड का मदर एंड चाइल्ड केयर सेंटर अलग से बनेगा।

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