अब हिमाचल संग जल संग्राम, सीएम जयराम बाेले- पंजाब व हरियाणा से मांगेंगे रॉयल्टी
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि राज्य सरकार पंजाब एवं हरियाणा से पानी की रॉयल्टी मांगेगी। इसके लिए कानूनी तरीके से कदम उठाया जाएगा।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे जल विवाद में अब हिमाचल प्रदेश भी कूद गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को यहां कहा कि उनकी सरकार पंजाब और हरियाणा से पानी की रॉयल्टी मांगेगी। हिमाचल प्रदेश के नए रुख से तीनों राज्यों के बीच जल विवाद गर्माने की संभावना है। इसके साथ ही जयराम ठाकुर ने चीन की हिमाचल बॉर्डर के पास हलचल चिंत जताई।
चीन के हिमाचल बॉर्डर तक पहुंचने से चिंतित हैं हिमाचल प्रदेश के मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर
यहां प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार पंजाब एवं हरियाणा से अपने पानी की रॉयल्टी की मांग करेगी। यह हमारा हक है। इस बारे में उनकी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से बात हुई है और बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह से बात करनी थी, लेकिन उनके दिल्ली चले जाने के कारण मुलाकात नहीं हो पाई।
जयराम ठाकुर ने कहा कि पानी को लेकर उनकी सरकार कानूनी रूप से अपना हक मांगेगी। इसका अधिकार सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में दिया है। क्योंकि इन राज्यों को जाने वाला पानी हिमाचल से ही आता है। उन्होंने कहा कि चाहे भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के प्रोजेक्टों पर रॉयल्टी का मामला हो या पानी का हिमाचल प्रदेश को उसका हक मिलना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ में हिमाचल प्रदेश का भी हिस्सा है। यह 7.19 फीसद है। रॉयल्टी को लेकर दावा ठोकने से पंजाब व हरियाणा की परेशानी बढ़ सकती है। दोनों ही राज्यों में पानी को लेकर विवाद है और पंजाब विधानसभा ने हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान से रॉयल्टी वसूलने को लेकर 2016 में प्रस्ताव पास किया हुआ है। हालांकि, विधानसभा में यह प्रस्ताव जरूर पास हुआ, लेकिन तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार और वर्तमान में कांग्रेस सरकार ने इस दिशा में कोई भी कदम नहीं बढ़ाया।
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जयराम ठाकुर ने इस दौरान हिमाचल प्रदेश के कई मुद्दों पर बातचीत की। इाके साथ ही उन्होंने सीमा पर चीन की चुनौती का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि चीन के हिमाचल प्रदेश की सीमा तक पहुंच जाना राज्य के लिए चिंताजनक है। चीन की हलचल बढ़ने से राज्य के लिए खतरा पैदा हो रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से कुल्लू मनाली होते हुए लेह लद्दाख तक रेल लाइन बिछाने की भी मांग की है।
जयराम ठाकुर ने कहा है कि बॉर्डर इलाके को देखते हुए कांगड़ा में एयरपोर्ट के विस्तार करने की जरूरत है। इस संबंध में हिमाचल सरकार की अोर से केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था अाैर इसे स्वीकार कर लिया गया है। उम्मीद है कि इस पर जल्द कार्य शुरू होगा।
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जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में पार्किंग की समस्या को भी स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से हिमाचल में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है आैर इसके साथ ही पार्किंग की समस्या भी पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि समतल इलाका कम होने के कारण इस समस्या का फिलहाल समाधान नहीं है। इसके बावजूद उनकी सरकार इस समस्या को दूर करने की दिशा में बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि एक साल के भीतर रोहतांग टनल को आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
वीरभद्र कार्यकाल में हुई गड़बडिय़ों पर मांगी रिपोर्ट
9 अप्रैल को अपनी सरकार का 100 दिन का कार्यकाल पूरा करने से उत्साहित जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में काफी गड़बडिय़ां हुई हैं। इसकी रिपोर्ट उन्होंने विभिन्न विभागों से मांगी है। उनकी सरकार बदले की भावना से काम नहीं करेगी, लेकिन अगर गड़बड़ी हुई है, तो सरकार चुप बैठने वाली नहीं है।