बीए के छठे सेमेस्टर में पास छात्र ने चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने की इजाजत मांगी

पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में एक रोचक मामला पहुंचा है। पंजाब यूनिवर्सिटी का एक छात्र जो बीए का छठा सेमेस्टर तो पास कर चुका है लेकिन उसने चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने के लिए हाई कोर्ट से इजाजत मांगी है। छात्र की याचिका पर हाई कोर्ट ने यूनिवर्सिटी से जवाब तलब किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 08:55 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 08:55 PM (IST)
बीए के छठे सेमेस्टर में पास छात्र ने चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने की इजाजत मांगी
बीए के छठे सेमेस्टर में पास छात्र ने चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने की इजाजत मांगी

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में एक रोचक मामला पहुंचा है। पंजाब यूनिवर्सिटी का एक छात्र जो बीए का छठा सेमेस्टर तो पास कर चुका है, लेकिन उसने चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में बैठने के लिए हाई कोर्ट से इजाजत मांगी है। छात्र की याचिका पर हाई कोर्ट ने यूनिवर्सिटी से जवाब तलब किया है। यह मामला सेक्टर-11 के पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज का है। छात्र गुरिदर सिंह की याचिका के अनुसार चौथे सेमेस्टर की परीक्षा से पहले वह विदेश चला गया था। परीक्षा के बाद जब वापस लौटा तो उससे चौथे और पांचवें सेमेस्टर की फीस वसूली गई। लेकिन परीक्षा पांचवें सेमेस्टर की ही ली गई। अब छात्र छठा सेमस्टर भी पास कर चूका है, लेकिन चौथा सेमेस्टर पास न होने से उसका रिजल्ट रोक लिया गया है। इसलिए छात्र ने अब चौथे समेस्टर की परीक्षा में शामिल होने की हाई कोर्ट से इजाजत मांगी है।

गुरिदर सिंह ने एडवोकेट आर कार्तिकेय के जरिये दायर याचिका में कहा है कि चौथे सेमेस्टर की परीक्षा 28 जून से शुरू हो रही है। ऐसे में उसे इस परीक्षा में शामिल होने की इजाजत दी जाए। हाई कोर्ट ने याचिका पर यूनिवर्सिटी सहित कॉलेज को नोटिस जारी कर जब जवाब मांगा तो कॉलेज की ओर से कहा गया कि ऐसी स्थिति में गुरिदर सिंह को रेगुलर छात्र नहीं माना जा सकता है। इस मामले में पीयू की ओर से उचित निर्देश जारी किया जा सकता है। अब कोर्ट ने शुक्रवार तक जवाब दायर करने को कहा है।

छात्र गुरिदर सिंह ने सेक्टर-11 के पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज में साल 2017 में दाखिला लिया था। वह पहला, दूसरा और तीसरा सेमेस्टर पास कर चूका था कि उसके बाद वह बेहतर भविष्य के अवसर के लिए विदेश चला गया, लेकिन मां की खराब सेहत के चलते उसे बाद में वापस आना पड़ा। तब तक चौथे समेस्टर की परीक्षा हो चुकी थी। उसने कॉलेज से संपर्क किया तो कहा गया कि अब उसे चौथे और पांचवें समेस्टर दोनों की फीस जमा करवानी होगी जोकि छात्र ने जमा कर दी थी। बाद में पांचवें और छठे सेमस्टर की परीक्षा में वह पास हो गया, लेकिन उसे डिग्री नहीं मिली।

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