हरीश चौधरी बने पंजाब व चंडीगढ़ के कांग्रेस प्रभारी, हाईकमान ने हरीश रावत को किया कार्यमुक्त
कांग्रेस हाईकमान ने हरीश चौधरी को पंजाब व चंडीगढ़ कांग्रेस प्रभारी नियुक्त किया है। इस पद पर अभी तक तैनात हरीश रावत को जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है। हरीश रावत ने खुद पद छोड़ने की इच्छा जताई थी।
चंडीगढ़ [एएनआइ/जेएनएन]। कांग्रेस हाईकमान ने हरीश चौधरी को पंजाब व चंडीगढ़ कांग्रेस प्रभारी नियुक्त किया है। इस पद पर अभी तक तैनात हरीश रावत को जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है। हरीश चौधरी राजस्थान के राजस्व मंत्री हैं। वह 2017 में पंजाब के सह प्रभारी भी रहे हैं। कांग्रेस ने जब कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी तो चौधरी को आब्जर्बर बनाकर भेजा था। तब से ही वह पंजाब में है।
पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने उन्हें इस पर नियुक्ति के लिए सोनिया गांधी व राहुल गांधी का आभार जताया है। कहा कि वह संगठन की मजबूती के लिए काम करेंगे। संगठन द्वारा मुझे पंजाब एवं चण्डीगढ़ के प्रभारी की जो जिम्मेदारी दी हैं इसके लिए मैं राष्ट्रीय अध्यक्षा आदरणीया सोनिया गांधी जी,हमारे नेता पूर्व अध्यक्ष @RahulGandhi जी का आभारी हूँ।@INCPunjab के सभी साथियों के साथ मिलकर मज़बूती से संगठन के लिए काम करेंगे।
हरीश रावत ने खुद पद छोड़ने की इच्छा जताई थी। दरअसल, उत्तराखंड में चुनाव होने के कारण रावत वहां पार्टी गतिविधियों पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे। तीन दिन पहले हरीश रावत ने ट्विटर पर भी पार्टी हाईकमान से सार्वजनिक अपील की थी कि उन्हें पंजाब के प्रभारी पद से कार्यमुक्त कर दिया जाए। इससे पहले भी हरीश रावत पंजाब प्रभारी पद से हटने के लिए कह चुके थे।
Harish Chaudhary appointed as Punjab and Chandigarh in-charge with immediate effect. Harish Rawat is being relived from his current responsibility: AICC pic.twitter.com/XTDxauvTrG— ANI (@ANI) October 22, 2021
पंजाब में कांग्रेस प्रभारी रहते हुए हरीश रावत के समय में काफी उठापटक हुई। कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोध के बावजूद रावत नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश प्रधान पद की कुर्सी तक पहुंचाने में सफल रहे। इससे असहज कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसके बाद सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया गया, लेकिन चन्नी से भी सिद्धू का छत्तीस का आंकड़ा हो गया। चन्नी के कमान संभालने के बाद ही सिद्धू ने प्रदेश प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया। सिद्धू एजी व डीजी की नियुक्ति पर सवाल उठा। सिद्धू ने न तो अभी तक इस्तीफा वापस लिया है और न ही हाईकमान ने अभी इसे मंजूर किया है।
#पंजाब के दोस्तों विशेषत: कांग्रेसजन, मैं आपके प्यार और समर्थन को नहीं भूल सकता। मैं आपसे अलग नहीं हूँ। पार्टी के प्रति कर्तव्य की पुकार है कि मैं एक स्थान विशेषत: #उत्तराखंड में पूरी शक्ति लगाऊं। मेरे दिल में हमेशा पंजाब रहेगा।
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पंजाब में मची उठापटक के कारण रावत उत्तराखंड पर ध्यान नहीं दे पा रहे थे। उत्तराखंड में रावत पार्टी का प्रमुख चेहरा हैं। ऐसे में उन्होंने सार्वजनिक रूप से कांग्रेस हाईकमान को प्रभारी पद से मुक्ति देने की अपील की थी। पंजाब कांग्रेस प्रभारी पद से मुक्त होने के बाद रावत ने ट्विटर पर लिखा कि वह पंजाब में किए कार्य को भूल नहीं सकते। पंजाब में भरपूर प्यार मिला।
हरीश रावत ने फेसबुक पेज पर लिखा वह पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी, राहुल गांधी का धन्यवाद देते हैं जिन्होंने उन्हें कार्यमुक्त का अनुरोध स्वीकार किया। रावत ने लिखा कि वह पंजाब कांग्रेस के सभी अपने साथी, सहयोगियों को उनके द्वारा दिए गए सहयोग के लिए आभार जताते हैं।