चंडीगढ़ में लॉन्च हुआ ग्रीन दिवाली कैंपेन, स्कूली बच्चों ने ली पटाखे न जलाने की शपथ, शहर में आतिशबाजी पर पहले से रोक

यूटी प्रशासन के पर्यावरण विभाग ने सोमवार को शहर के स्कूलों में दिवाली तक अभियान ग्रीन दिवाली कैंपेन को धनास स्थित गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लॉन्च किया गया। पटाखे रहित दिवाली के लिए गो ग्रीन का नारा पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 10:41 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 10:41 AM (IST)
चंडीगढ़ में लॉन्च हुआ ग्रीन दिवाली कैंपेन, स्कूली बच्चों ने ली पटाखे न जलाने की शपथ, शहर में आतिशबाजी पर पहले से रोक
दिवाली पर पटाखे न जलाने की शपथ लेते धनास स्थित गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी के स्टूडेंट्स।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में प्रशासन ने पटाखों पर रोक लगा दी है। ऐसे में शहवासी दिवाली पर आतिशबाजी नहीं कर सकेंगे। वहीं, प्रशासन ने लोगों को पटाखों का इस्तेमाल न करने को लेकर जागरूक करने के लिए कैंपेन शुरू किया है। इसके तहत यूटी प्रशासन के पर्यावरण विभाग ने सोमवार को शहर के स्कूलों में दिवाली तक अभियान ग्रीन दिवाली कैंपेन को धनास स्थित गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लॉन्च किया गया। पटाखे रहित दिवाली के लिए गो ग्रीन का नारा पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए है।

कार्यक्रम में चंडीगढ़ के पर्यावरण विभाग के डॉयरेक्टर देबेंद्र दलाई मुख्य अतिथि थे। इस मौके पर एनएसएस की रीजनल डॉयरेक्टर हरिंदर कौर, स्वयंसेवी संस्था युवसत्ता के संयोजक प्रमोद शर्मा और चंडीगढ़ के शिक्षा विभाग की डिप्टी डॉयरेक्टर-3 नीना कालिया शामिल थीं।

देबेंद्र दलाई ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन ने ग्रीन और स्वच्छ चंडीगढ़ की अगुआई करते हुए सभी प्रकार के पटाखों के उपयोग और बिक्री पर रोक लगा दी है। पटाखा मुक्त दिवाली के बारे में उन्होंने कहा कि पटाखे न केवल प्रदूषण फैलाते हैं, बल्कि पटाखे जलाने के बहुत से लोग घायल हो जाते हैं। 2019 में दिवाली पर पटाखों से सेक्टर-16 स्थित गवर्नमेंट मेडिकल सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल (जीएमएसएच) में 127 केस आए थे, जिन्हें पटाखे जलाते हुए गंभीर चोटें आई थीं। जबकि 2020 में जब शहर में पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगा था तो सिर्फ नौ केस ही मिले थे। इंसानों के अलावा पक्षी और जानवर भी पटाखों से पैदा होने वाले तेज डेसिबल शोर से प्रभावित होते हैं।

अभियान के दौरान स्कूली स्टूडेंट्स ने यह शपथ भी ली कि वह दीपावली पर पटाखे नहीं जलाएंगे और पर्यावरण को साफ रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। स्टूडेंट्स ने लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि वह भी इस अभियान में भागीदार बनें।

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