नई वार्डबंदी में अकाली, भाजपा व पूर्व मेयर के करीबियों को झटका, कई वार्ड मर्ज किए तो कई आरक्षित
ऐसे में आने वाले निगम चुनाव में अकाली दल व भाजपा के चुनाव में उतरने वाले उम्मीदवारों को नई जमीन की तलाश करनी होगी और वहां फिर से लोगों से संपर्क करना होगा तभी जीत की राह मिल सकती है।
मोहाली, जेएनएन। मोहाली नगर निगम की नई वार्डबंदी में शिरोमणि अकाली दल (शिअद), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व नगर निगम के पहले पूर्व मेयर कुलवंत सिंह के करीबियों को झटका लगा है। नई वार्डबंदी में शिअद व भाजपा के वार्डों को जहां मर्ज कर दिया गया है, वहीं पूर्व मेयर कुलवंत सिंह के करीबियों के वार्डों को या तो आरक्षित कर दिया गया है या फिर तोड़ दिया गया है।
ऐसे में आने वाले निगम चुनाव में अकाली दल व भाजपा के चुनाव में उतरने वाले उम्मीदवारों को नई जमीन की तलाश करनी होगी और वहां फिर से लोगों से संपर्क करना होगा तभी जीत की राह मिल सकती है। ध्यान रहे कि मोहाली नगर निगम की ओर से वार्डबंदी का नक्शा सार्वजनिक किया जा चुका है। निगम की ओर से इसको लेकर लोगों के ऐतराज मांगें जा रहे है। ऐतराज देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। जिनमें से तीन दिन बीत चुके है।
शिअद के श्री आनंदपुर साहिब से पूर्व सांसद सदस्य रहे प्रो प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि नक्शे में जो खामियां है उसको लेकर प्वाइंट्स निकाल लिए गए है। अब देखना है कि इन प्वांइट्स पर क्या एक्शन लिया जाता है अगर एक्शन नहीं लिया गया तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से जानबूझ कर इस तरह की वार्डबंदी की गई है।
उधर 25 में से 50 वार्ड महिला आरक्षित होने के बाद अब महिलाओं के चेहरों की तलाश की जा रही है। कई पूर्व पार्षद अपनी पत्नियों को भी चुनाव मैदान में उतार सकते है। मोहाली नगर निगम का चुनाव अप्रैल में होना था। लेकिन कोविड 19 के चलते चुनाव में लगातार देरी हो रही है। लेकिन सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि दिसंबर या फिर नए साल के पहले माह में नगर निगम चुनाव करवा दिए जाएंगे।