गमाडा की साइट्स को बेहतर रिस्पांस, अब नए साल में गमाडा फिर से करवा सकता है बोली

गमाडा की ओर से बीती आठ अक्तूबर से 26 अक्तूबर तक ई-नीलामी में करवाई गई थी। इसमें 50 फीसदी साइट को गमाडा नीलाम करने में सफल रहा। सेक्टर-77 में ग्रुप हाउसिंग और एयरोसिटी में अस्पताल की साइट दोगुने दामों पर बिकी है। ई-नीलामी से करीब 417 करोड़ रुपये कमाए हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 08:02 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 08:02 AM (IST)
गमाडा की साइट्स को बेहतर रिस्पांस, अब नए साल में गमाडा फिर से करवा सकता है बोली
इस बोली के सफल होने के बाद प्रशासन की ओर से शहर में कलेक्टर रेट दोगुने कर दिए।

मोहाली, जेएनएन। ग्रेटर मोहाली एरिया डवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) की ओर से अक्तूबर में की गई ई-नीलामी को बेहतर रिस्पांस मिलने के बाद अब नई बोली करवाने की तैयारी की जा रही है। गमाडा अधिकारियों ने कहा कि अब बोली नए साल में करवाई जाएगी। ध्यान रहे कि गमाडा की ओर से बीती आठ अक्तूबर से 26 अक्तूबर तक ई-नीलामी में करवाई गई थी। इसमें 50 फीसदी साइट को गमाडा नीलाम करने में सफल रहा। सेक्टर-77 में ग्रुप हाउसिंग और एयरोसिटी में अस्पताल की साइट दोगुने दामों पर बिकी है। ई-नीलामी से करीब 417 करोड़ रुपये कमाए हैं। एयरोसिटी और आइटी सिटी की साइटों पर लोगों ने दिल खोलकर बोली लगाई है।

इस बोली के सफल होने के बाद प्रशासन की ओर से शहर में कलेक्टर रेट दोगुने कर दिए। जबकि एयरोसिटी और आइटी सिटी में भी कलेक्टर रेट दोगुना कर दिए है। गमाडा की बोली सफल होने के बाद प्रापर्टी कारोबारियों को खरीदो परोख्त शुरू होने की उम्मीद जगी थी। लेकिन कलेक्टर रेट बढ़ने के बाद फिर से कारोबार ठंडा पड़ सकता है। क्योंकि उक्त दोनों जगह पर ही लोग प्रापर्टी में निवेश करने का मन बना रहे थे। गमाडा की ओर से करीब सात महीने बाद अक्तूबर के शुरू में 113 साइटों को नीलामी में शामिल किया गया था। इसमें रिहायशी, कॉमर्शियल, इंडस्ट्रियल प्लाट, बूथ, पेट्रोल पंप, नर्सिंग होम, ग्रप हाउसिंग साइटों को जगह दी गई थी।

गमाडा की ओर से इसकी कीमत इस प्रकार से निर्धारित की गई थी कि जो लोग इस पर पैसे लगाना चाहते हैं, वह आसानी से प्रापर्टी बना सकें। इसका गमाडा को पूरा फायदा मिला है। वहीं, गमाडा की तरफ से एयरोसिटी और आइटी सिटी में किए जा रहे प्रयास भी कम हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक कोरोना से पहले गमाडा की ओर से हर महीने के शुरू में दस दिन के लिए प्रापर्टी की ई-नीलामी की जाती है। लेकिन बाद में इसे तीन माह बाद कर दिया गया था। जब से सत्ता में कांग्रेस आई है, तब से यह प्रक्रिया चल रही है। हालांकि कोविड काल में आठ महीने से इस तरह की प्रॉपर्टी नीलामी पूरी तरह से बंद थी।

रिजर्व प्राइस से इतने दामों में बिकी साइट

साइट                      रिजर्व प्राइस         बिकी साइट

एयरोसिटी चंक साइट   83 करोड़             116 करोड़

सेक्टर-77 ग्रुप हाउसिंग साइट   45 करोड़    97 करोड़

हास्पिटल साइट एयरोसिटी 24 करोड़         49 करोड़

आईटी साइट सेक्टर-83 अल्फा  6.37 करोड़  8.5 करोड़

रेजिडेंट्स प्लॉट एयरोसिटी   1.40 करोड़     1.92 करोड़

कॉमर्शियल बूथ              77 लाख            1.17 करोड़

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