पंजाब के 13 हजार अस्थायी शिक्षकों के भविष्य का शुक्रवार को फैसला, शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव व अधिकारी करेंगे बैठक
मोहाली के फेज-8 स्थित पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) के बाहर मांगों को लेकर पिछले नौ दिन से धरने पर बैठे पंजाब के अस्थायी शिक्षकों के भविष्य का फैसला शुक्रवार को होगा। शुक्रवार को पंजाब के शिक्षा मंत्री शिक्षा सचिव के अलावा कई अधिकारियों के साथ बैठक होगी।
रोहित कुमार, मोहाली। मोहाली के फेज-8 स्थित पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) के बाहर मांगों को लेकर पिछले नौ दिन से धरने पर बैठे पंजाब के अस्थायी शिक्षकों के भविष्य का फैसला शुक्रवार को होगा। शुक्रवार को पंजाब के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव के अलावा कई अधिकारियों के साथ बैठक होगी। शिक्षक नेता अजमेर सिंह औलख ने बताया कि शुक्रवार शाम तक ये साफ हो जाएगा कि सरकार हमें खुशी देगी या इसी तरह से गम के साथ संघर्ष जारी रखना है।
औलख ने कहा कि हमारे पास दो फार्मूले हैं। एक सरकार अस्थायी शिक्षकों का वेतन फिक्स चालीस हजार रुपये कर दे। दूसरा ऑप्शन यह है कि शिक्षकों को बेसिक सैलरी पर रेगुलर करें। औलख ने कहा कि हम दो साल बेसिक सैलरी लेंगे बाद में बाकी की बनती सैलरी सरकार शुरू कर दे। अजमेर सिंह औलख ने कहा कि सरकार जो नए शिक्षकों की भर्ती कर रही है, उसमें कई तरह की अड़चनें हैं। जो हमारे साथियों के स्थायी होने में अड़चन पैदा कर सकती हैं। जैसा की अगर सरकार बीएड शिक्षक भर्ती करती है तो हमारे कई साथियों ने एनटीटी कर रखी है।
औलख ने कहा कि हम ने सरकार को उक्त दो फार्मूले देने हैं। अगर सरकार के पास इससे बेहतर कोई फार्मूला है तो बताए। शिक्षिका रजनी, संगीता ने कहा कि नौ दिन से हम धरने पर बैठे हैं। सरकार सिर्फ बैठकें व वायदे कर रही है। लेकिन इनमें से किसी भी वायदे को पूरा करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। सरकार चुनाव को देखते हुए अभी तो वायदे कर देगी लेकिन बाद में पीछे हट जाएगी। पिछली बार भी सत्ता में आने से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यही कहा था कि जितनी सैलरी आप ले रहे हो उससे ज्यादा तो मेरा सेवादार लेता है। सत्ता में आते ही वैतन बढ़ा दूंगा। लेकिन पांच साल होने को आए कैप्टन सरकार ने कुछ नहीं किया।