Fraud in Chandigarh: होटल के कमरे और शोरूम बेचने के नाम व्यक्ति से ठगे साढ़े 47 लाख रुपये
Fraud in Chandigarh शहर में ठगी की मामले बढ़ते जा रहे हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने ठगी के दो और मामले दर्ज किए हैं। पहले मामले में व्यक्ति से साढ़े 47 लाख रुपये की ठगी हुई है। वहीं एक अन्य मामले में 41 हजार की ऑनलाइन फ्राड हुआ है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Fraud in Chandigarh: शहर में ठगी की मामले बढ़ते जा रहे हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने ठगी के दो और मामले दर्ज किए हैं। पहला मामला मोहाली एसएएसनगर के सेक्टर-66 ए में एरोपोलिस सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर 47.57 लाख रुपये की ठगी का सामने आया है। सेक्टर-34 थाना पुलिस ने अमित कपूर की शिकायत पर सेक्टर-34ए के गुप्ता बिल्डर्स एंड प्रोमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता अमित कपूर ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कंपनी के प्रदीप गुप्ता, सतीश गुप्ता और बाकी आफिस के कर्मचारियों ने एरोपोलिस सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर उनसे होटल में पांच कमरे बेचने के नाम पर 47 लाख 57 हजार 457 रुपये की ठगी की है।
वहीं, बिल्डर के खिलाफ सेक्टर-42 के मिजूम जैदी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें प्रोजेक्ट के तहत शोरूम देने की बात कही गई।इसके लिए उनसे 70 लाख रुपये लिए गए हैं।जबकि बिल्डर रियल इस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी के पास पंजीकृत नही है और जिस जगह पर एरोपोलिस सिटी प्रोजेक्ट को लॉन्च किया जा रहा है, वहां का बिल्डर के पास अब तक मालिकाना हक नही है। पुलिस ने दोनों मामले में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
जनधन योजना के नाम पर 41 हजार रुपये की ठगी
जनधन योजना के नाम पर हल्लोमाजरा के रहने वाले नितिश कुमार से 41 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। साइबर क्रिमनल्स ने नितिश कुमार को योजना का लाभ देने के नाम पर पहले उससे 41 हजार रुपये अपने खाते में जमा करा लिए। इसके बाद जब नितिश ने इन साइबर अपराधियों से संपर्क कर लाभ लेने की कोशिश की तो मोबाइल नंबर बंद मिला। नितिश कुमार शर्मा ने सेक्टर-31 थाना पुलिस को इस बारे में शिकायत दी। शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हल्लोमाजरा निवासी नीतीश कुमार शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके मोबाइल फोन पर जनधन योजन से संबंधित पहले एक मैसेज आया।जिस नंबर से मैसेज आया था नितिश ने उस पर संपर्क किया।संपर्क कर नितिश ने योजना के बारे में पूछा।योजना बताकर आरोपितों ने नितिश को लाखों रुपये की फायदे की बात कहकर 41 हजार रुपये अपने बैंक खाते में जमा करवा लिए। आरोपितों के बैंक खाते में पैसे जमा होते जब उनका दोबारा कॉल नहीं आया। तब नितिश को पता चला कि वे ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए। उन्होंने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी।