Fraud in Chandigarh: सोसायटी की बाउंड्री वॉल बनवाने के नाम पर प्रधान और मैनेजर ने ठगे 14 लाख रुपये

शिकायतकर्ता सेक्टर-21 निवासी रशपाल ने पुलिस की अपनी शिकायत में बताया कि वह मोहाली स्थित गांव स्वरा में चंडीगढ़ प्रताप को-ऑपरेटिव थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी का सदस्य है और उनके पिता गंगा सिंह सोसायटी के फाउंडर मेंबर थे।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 10:56 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 10:56 AM (IST)
Fraud in Chandigarh: सोसायटी की बाउंड्री वॉल बनवाने के नाम पर प्रधान और मैनेजर ने ठगे 14 लाख रुपये
पुलिस ने शिकायत के बाद जांच की और उसके बाद मामला दर्ज किया है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। मोहाली के एक गांव में चंडीगढ़ प्रताप को-ऑपरेटिव थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी की बाउंड्री वॉल बनवाने के नाम पर सोसायटी के प्रधान और मैनेजर के खिलाफ सोसायटी के सदस्य ने ही लाखों रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दी है। दोनों आरोपितों पर 14 लाख 10 हजार 750 रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। चंडीगढ़ के सेक्टर-21 के रहने वाले सोसायटी के सदस्य रशपाल की शिकायत के आधार पर चंडीगढ़ पुलिस ने जांच के बाद केस दर्ज कर लिया है।

शिकायतकर्ता सेक्टर-21 निवासी रशपाल ने पुलिस की अपनी शिकायत में बताया कि वह मोहाली स्थित गांव स्वरा में चंडीगढ़ प्रताप को-ऑपरेटिव थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट सोसायटी का सदस्य है। उनके पिता गंगा सिंह सोसायटी के फाउंडर मेंबर थे। जब सोसायटी के लिए जमीन खरीदी तो उस समय बाउंड्री वॉल बनी हुई थी। साल 2016 में सोसायटी के एक सीनियर ऑडिटर ने बताया कि सोसायटी की बाउंड्री में तत्कालीन प्रधान दलजीत सिंह फ़्लोरा और मैनेजर अमरजीत सिंह विर्दी ने 14 लाख 10 हजार 750 रुपये खर्च किए हैं। हालांकि, बाउंड्री वॉल बनाते समय दोनों ने सोसायटी के किसी सदस्य से कोई सहमति नहीं ली थी। सोसायटी के सदस्यों के बाचतीत करने पर सामने आया कि दलजीत सिंह फ्लोरा और मैनेजर अमरजीत सिंह विर्दी ने लाखों रुपये का गबन किया है। 

दस्तावेजों की जांच के बाद होगी गिरफ्तारी

चंडीगढ़ पुलिस के अनुसार मामले से जुड़े सभी दस्तावेजों की जांच चल रही है। इसमें कई सवालों के जवाब पाने के लिए लीगल टीम को भेजा गया है। दस्तावेजों में भी आरोपों के सबूत मिलने पर आरोपितों की गिरफ्तारी की जाएगी। इस दौरान आरोपितों से पूछताछ करने के साथ बयान जरूर दर्ज करवाया जाएगा।

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