अकाली भाजपा के पूर्व पार्षदों का स्वास्थ्य मंत्री पर हमला

पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू पर अकाली भाजपा के पूर्व पार्षदों ने जमकर हमला बोला।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 Aug 2020 07:00 PM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 07:11 AM (IST)
अकाली भाजपा के पूर्व पार्षदों का स्वास्थ्य मंत्री पर हमला
अकाली भाजपा के पूर्व पार्षदों का स्वास्थ्य मंत्री पर हमला

जासं, मोहाली : पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू पर अकाली भाजपा के पूर्व पार्षदों ने जमकर हमला बोला। पूर्व पार्षदों व अकाली भाजपा नेताओं ने कहा कि स्वास्थ्यमंत्री की ओर से मोहाली की रेजीडेंशियल सोसायटियों को दो करोड़ दस लाख रुपये देना एक चुनावी स्टंट है। ध्यान रहे कि कुछ दिन पहले ही सिद्धू ने जिले की सोयायटियों को अपने अंदरूनी काम करवाने जैसे की स्ट्रीट लाइट्स, सड़कों की मरम्मत आदि का अधिकार देते हुए दो करोड़ से ज्यादा की राशि जारी की थी। पूर्व पार्षदों ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अगर नगर निगम की बीती साल एक फरवरी 2019 की मीटिग को याद करे तो उस बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव किया गया था कि निगम सोसायटियों में काम करवाएगा। जिस प्रस्ताव पर स्थानीय निकाय विभाग की ओर से आज तक रोक लगी है और सोसायटियों के काम सिरे नहीं चढ़ सके हैं। पूर्व पार्षद सुखदेव सिंह पटवारी, परविदर सिंह सोहाना, राजिदर शर्मा, परमजीत सिंह काहलो, गुरमुख सिंह सोहल, कुलदीप कौर कंग ने कहा कि सिद्धू की ओर से सरकार में अपनी पोजिशन का फायदा शहर के विकास के लिए नहीं मिला। बल्कि उससे उलट शहर का विकास रोकने में अपने ओहदे की अहम भूमिका निभाई। शहर की जनता को पता है कि कैसे स्थानीय निकाय विभाग के पास प्रस्ताव लंबित पड़े हैं। सोसायटियों के मुद्दे पर पूर्व पार्षदों ने कहा कि अगर फरवरी 2019 के प्रस्ताव को सिद्धू न लटकाते तो सोसायटियों के लगभग 20 करोड़ के काम अब तक हो चुके होने थे, लेकिन चुनाव से पहले राशि देखकर सिद्धू राजनीतिक कर रहे हैं। 200 टेंडरों से होना है शहर का विकास

पूर्व पार्षदों ने आरोप लगाया कि करीब 200 टेंडर हैं जिनसे शहर का विकास होना है, पिछले आठ महीने से रूके पड़े रहे। लेकिन नगर निगम भंग होने के बाद अब शहर में काम करवा कर लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। वहीं स्वास्थ्यमंत्री अपने विभाग के कामों की ओर ध्यान नहीं दे रहे। जहां तक की जो शहर में पचास ओपन जिम बनने थे उनपर भी रोक लगवा दी। मोहाली की पहली नगर निगम का कार्यकाल बीते अप्रैल में खत्म हो गया था। कोविड 19 के चलते चुनाव लेट हो गया है। अब अक्टूबर में चुनाव की बात हो रही है। लेकिन इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है।

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