न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर की 37 एकड़ जमीन पर बनेगा नगर वन, तैयार होगा चंदन की लकड़ी का कलस्टर
न्यू चंडीगढ़ के मुल्लांपुर स्थित जंगल और बंजर इलाके को संवारने की कवायद शुरू हो चुकी है। मोहाली वन विभाग की तरफ से इस क्षेत्र को नगर वन के तौर पर विकसित किया जाएगा। वहीं 2.5 एकड़ जमीन पर चंदन की लकड़ी के कलस्टर के रूप में तैयार किया जाएगा।
मोहाली, जेएनएन। जिला मोहाली के अधीन आने वाले न्यू चंडीगढ़ (मुल्लांपुर) स्थित जंगल और बंजर इलाके को अब वन विभाग संवारने की तैयारी में है। करीब 37 एकड़ जमीन में नगर वन स्थापित किया जाएगा। इसको लेकर काम शुरू कर दिया गया है।
वन विभाग की ओर से प्रोजेक्ट को शुरू करने की घोषणा बीते वर्ष अक्टूबर में की गई थी। अब जहां जंगल व बंजर इलाके को सुंदर बनाने के लिए आकर्षक और शानदार पौधे लगाए जाएंगे। वहीं 2.5 एकड़ जमीन पर चंदन की लकड़ी के कलस्टर के रूप में तैयार किया जाएगा। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बेंगलुरु से आई विशेषज्ञों की टीम ने इलाके का दौरा कर अपनी रिपोर्ट दे दी है। उम्मीद है कि जल्दी ही इस इलाके की सूरत बदल जाएगी।
ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (गमाडा) ने मुल्लांपुर सिसवां सड़क के निर्माण के लिए दी गई जमीन के बदले में यह जमीन दी थी। यह ज्यादातर जमीन बंजर थी। विभाग के प्रयासों से इसे नगर वन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके चारों तरफ कंटीली तार लगाई गई हैं और इस जंगल के बीच से गुजरने के लिए रास्ते बनाए जाएंगे, जिससे लोग इस क्षेत्र का दौरा कर पाएं।
चंदन के पेड़ों की बढ़ोतरी के लिए यह तुजुर्बा काफी फायदेमंद रहा है। दरअसल नया कलस्टर देशव्यापी दिलचस्पी को बढ़ा रहा है। वहीं, वुड इंस्टीट्यूट ऑफ बेंगलुरु की वनस्पति विभाग की टीम ने इस इलाके का दौरा किया है। वन विभाग ने अपनी जमीन को कब्जों से मुक्त करवाने की दिशा में भी काम शुरू कर दिया है। ध्यान रहे कि मुल्लांपुर में गमाडा के कई अहम हाउसिंग प्रोजेक्ट आ रहे है। इसके साथ साथ नई ईको सिटी स्कीम भी इसी क्षेत्र में लांच की जा रही है। स्कीम में आवेदन करने की अंतिम तारीख 29 जनवरी कर दी गई है।