कंस्टोडियल डेथ केस : कांस्टेबल दिनेश अपने बयान पर कायम

हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुए गुड़िया दुष्कर्म और हत्या के मामले में हिरासत में लिए गए सूरज की पुलिस की कस्टडी में मौत हो गई थी। इस केस में प्रदेश के पूर्व आइजी जहूर हैदी जैदी के खिलाफ चंडीगढ़ जिला अदालत में केस लंबित है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 08:27 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 08:27 AM (IST)
कंस्टोडियल डेथ केस : कांस्टेबल दिनेश अपने बयान पर कायम
कंस्टोडियल डेथ केस : कांस्टेबल दिनेश अपने बयान पर कायम

जासं, चंडीगढ़ : हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुए गुड़िया दुष्कर्म और हत्या के मामले में हिरासत में लिए गए सूरज की पुलिस की कस्टडी में मौत हो गई थी। इस केस में प्रदेश के पूर्व आइजी जहूर हैदी जैदी के खिलाफ चंडीगढ़ जिला अदालत में केस लंबित है। मामले में मुख्य गवाह कांस्टेबल दिनेश ने अपनी पिछली पेशी पर सीबीआइ कोर्ट के सामने जो बयान दिया था, वह अब भी उस पर कायम है। सीबीआइ कोर्ट में कांस्टेबल दिनेश की बुधवार और वीरवार को क्रॉस एग्जामिनेशन हुई। इस दौरान कांस्टेबल दिनेश ने अपना पिछला बयान दोहराया।

दिनेश ने गवाही के तहत जज के दिए बयान में कहा था कि छह जुलाई 2017 को जब यह घटना हुई, उस समय वह कोटखाई थाने में ही तैनात था। उसने जज के सामने बयान दिए कि छह जुलाई 2017 की उस रात को 4 से 5 पुलिसकर्मी नाबालिग के दुष्कर्म और हत्या केस की जांच में जुटे थे और उन्होंने जांच के दौरान कुछ आरोपितों को भी पकड़ा था। जिन आरोपितों को पुलिस ने पकड़ा था, उनमें से एक सूरज भी था। उसी रात को डीएसपी मनोज जोशी, थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह और कुछ अन्य पुलिसकर्मी सूरज को पूछताछ के लिए थाने की पहली मंजिल पर ले गए। दिनेश ने अपने बयानों में कहा कि वहां से सूरज के चीखने-चिल्लाने की काफी आवाजें आ रही थी। थोड़ी ही देर बाद सूरज के चिल्लाने की आवाज आना बंद हो गई। लेकिन कुछ देर बाद ही मोहन लाल, सूरत और रंजीत नामक पुलिसकर्मी सूरज को बेसुध अवस्था में टांगों और कंधों से उठाकर नीचे ला रहे थे। इसके बाद उन्होंने सूरज को अस्पताल पहुंचाया। घटना वाली रात को ही पता चला कि सूरज की मौत हो गई। दिनेश ने कहा कि क्योंकि वह उसी थाने में तैनात था तो ऐसे में उसे किसी को भी इस बारे में बात न करने के लिए कहा गया था।

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