बारिश के बाद जीरकपुर में बाढ़ जैसे हालात, लोग बोले- नेताओं, बिल्डर्स व अफसरों ने डुबोया शहर

बीती रात से हो रही बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मोहाली के जीरकपुर में हुआ है। जीरकपुर में बसी सोसायटियों में तीन से चार फीट तक पानी भर गया है। हालात ऐसे लग रहे हैं कि जैसे जीरकपुर में बाढ आ गई है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 03:45 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 03:45 PM (IST)
बारिश के बाद जीरकपुर में बाढ़ जैसे हालात, लोग बोले- नेताओं, बिल्डर्स व अफसरों ने डुबोया शहर
जीरकपुर में बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।

संदीप कुमार, जीरकपुर। जीरकपुर में नेताओं, बिल्डरों व अफसरों का गठबंधन आज बेनकाब हो गया। आज हुई बारिश से जीरकपुर इलाके में बसी हुई आवासीय सोसायटियों में कई-कई फीट पानी भर गया। यहां अपने जीवन भर की पूंजी लगाकर मकान खरीदने वाले लोग बारिश के कारण घरों में दुबकने को मजबूर हो गए। जीरकपुर क्षेत्र में आवासीय सोयायटियां बनाने वाले हलका विधायक और नगर परिषद के प्रधान आज कहीं नजर नहीं आए।

जैक रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सुखदेव चौधरी व अन्य जैक प्रतिनिधियों ने भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद बताया कि जीरकपुर में नगर परिषद के अधिकारी नेताओं व बिल्डरों के साथ मिलकर लंबे समय जो मास्टर प्लान खराब करके नक्शे पास कर रहे हैं। आज उसका परिणाम है कि लाखों लोग अपने घरों में नजरबंद हो गए। ढकौली निवासी नवल अरोड़ा, रमन खोसला, राकेश कुमार व सरिता मलिक ने बताया कि यहां की सोसायटियों में आज एक से दो-दो फीट तक पानी जमा हो गया।

जीरकपुर की सोसायटियों में भरा पानी।

उन्होंने बताया कि समूचे शहर में आज बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। जैक प्रतिनिधियों ने बताया कि यहां पानी निकास के लिए बनाए गए नालों को बिल्डरों द्वारा भरकर उनके उपर निर्माण कर दिया गया है। पीरमुछल्ला, किशनपुरा, बलटाना इलाके में नगर परिषद की टीमों द्वारा बारिश से पहले नालों की सफाई नहीं की गई है।

उन्होंने बताया कि आज जब जीरकपुर में लाखों लोगों की जान संकट में थी तो यहां कालोनियां बसाने वाले हलका विधायक कहीं नजर नहीं आए। यही हालात परिषद प्रधान के हैं। परिषद प्रधान यहां परिषद के दागी अफसरों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और जनता की समस्या से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। यहां बिल्डरों ने नगर परिषद के साथ मिलकर मास्टर प्लान को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।

बारिश का पानी भरने से वाहन भी पानी में डूब गए हैं।

क्षेत्र वासी विक्रमजीत व कुलविंदर सैनी ने कहा कि यहां किसी भी कालोनी में बरसाती पानी की निकासी का प्रबंध नहीं होने के कारण लोगों की लाखों रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई है, लेकिन आज स्थानीय नेताओं, बिल्डरों और अफसरों ने उनकी कोई सार नहीं ली।

जैक टीम सड़कों पर उतरी तो परिषद ने भेजी जेसीबी

जैक रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सुखदेव चौधरी ने बताया कि बुधवार को बारिश से मची तबाही के बाद जब लोगों की समस्याओं को देखते हुए जैक प्रतिनिधि सडक़ों पर उतरे तो नगर परिषद ने यहां जेसीबी मशीनें भेजी लेकिन परिषद प्रधान लोगों के गुस्से के चलते दफ्तर से बाहर नहीं निकले। जैक प्रतिनिधियों के हंगामा करने पर ही परिषद अधिकारी दिखाई दिए।

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