चंडीगढ़ में सीटीयू की इलेक्ट्रिक बसों में पांच CCTV; 2 घंटे में चार्ज चलेगी 180 किमी, ये सेफ्टी फीचर भी बेहद खास

पहली सितंबर से आम नागरिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नए अनुभव का मजा ले सकेंगे। इस दिन से इलेक्ट्रिक बस में कोई भी सफर कर सकेगा। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन बसों में भी किराया उतना ही लगेगा जितना पहले डीजल बस में लगता है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 22 Aug 2021 03:48 PM (IST) Updated:Sun, 22 Aug 2021 03:48 PM (IST)
चंडीगढ़ में सीटीयू की इलेक्ट्रिक बसों में पांच CCTV; 2 घंटे में चार्ज चलेगी 180 किमी, ये सेफ्टी फीचर भी बेहद खास
अभी एक ही इलेक्ट्रिक बस चंडीगढ़ को मिली है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक बस फराटा भर रही है। यह बसें अपने डिजाइन को लेकर तो आकर्षण का केंद्र बनी ही हुई हैं। साथ ही फीचर्स भी खास हैं। इस बस में सफर करते समय कोई भी ऐसी हरकत करने से बचें जो गलत हो। ऐसा करना भारी पड़ेगा। बस में पांच सीसीटीवी कैमरे पूरे सफर में निगरानी करते हैं। जो ड्राइवर के पास कॉकपिट में डिसप्ले होने के साथ कंट्रोल रूम से भी कनेक्ट होंगे।

बस में यह भी है बेहद खास

एयर कंडीशनिंग सिस्टम, हर सीट पर एयर वेंट 35 पैसेंजर बैठ सकते हैं, 20 खड़े होने की क्षमता आगे और पीछे पैसेंजर इंफॉर्मेशन स्क्रीन, अगले स्टॉप की मिलेगी जानकारी ऑटोमेटिक कंट्रोल पैसेंजर डोर इमरजेंसी के लिए पेनीक बटन सीट की प्रत्येक लाइन में मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट पिछली साइड में एयर सस्पेंशन पांच सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, हर गतिविधि पर नजर

सितंबर से ले सकेंगे सफर का मजा

पहली सितंबर से आम नागरिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नए अनुभव का मजा ले सकेंगे। इस दिन से इलेक्ट्रिक बस में कोई भी सफर कर सकेगा। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इन बसों में भी किराया उतना ही लगेगा जितना पहले डीजल बस में लगता है। कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं देना होगा। अभी कुछ दिन पहले ही खुद प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने अधिकारियों के साथ बस में सफर कर इसका उद्घाटन किया था। अभी बस ट्रायल तौर पर चल रही है। चंडीगढ़ के क्रिएटर ली कार्बूजिए ने इस शहर को पॉल्यूशन और एमिशन फ्री बनाने का सपना देखा था। इलेक्ट्रिक बस और सोलर पावर प्रोजेक्ट उसी का हिस्सा है।

सितंबर के आखिर तक होंगी 20 बस

अभी एक ही इलेक्ट्रिक बस चंडीगढ़ को मिली है। 30 सितंबर तक 19 बस और आ जाएंगी। अक्तूबर के आखिर तक इनकी संख्या बढ़कर 40 हो जाएगी। अभी पहली सितंबर तक बसों में पैसेंजर नहीं बिठाए जाएंगे। ट्रायल के तौर पर बस पीजीआइ से मनीमाजरा के रूट पर ऐसे ही चलाई जाएगी।

ऑपरेशन मेंटेनेंस सब कंपनी का होगा

यह इलेक्ट्रिक बस फुली मेड इन इंडिया है। इससे पहले प्रशासन ने चाइना और टाटा की बस का ट्रायल भी किया था। लेकिन टेंडर में अशोक लेलैंड कंपनी ने सबसे कम रेट कोट किया। चंडीगढ़ प्रशासन ने इस बस को खरीदा नहीं है बल्कि 60 रुपये प्रति किलोमीटर के खर्च पर इस बस को चलाया जाएगा। बस के अंदर ड्राइवर कंपनी का होगा जबकि कंडक्टर सीटीयू का होगा। टिकट रेवेन्यू का सारा काम सीटीयू ही देखेगी। चाहे मुनाफा हो या नुकसान कंपनी को प्रति किलोमीटर 60 रुपये देने होंगे। ऑपरेशन और मेंटेनेंस का कंपनी ही देखेगी।

2 घंटे में चार्ज 180 किलोमीटर चलेगी

यह इलेक्ट्रिक बस 2 घंटे में पूरी चार्ज हो जाएगी। एक बार चार्ज होने के बाद बस के 140 से 180 किलोमीटर तक चलने का दावा किया जा रहा है। इसके चार्जिंग के लिए आइएसबीटी सेक्टर-17, 43 और सीटीयू डिपो में भी चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं। कंपनी ने ही चार्जिंग स्टेशन डेवलप किए हैं।

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