Punjab Cabinet Meeting: पंजाब कैबिनेट की बैठक में किसान आंदोलन पर चर्चा, भारत बंद को दिया समर्थन

Punjab Cabinet Meeting पंजाब की चरणजीत सिंह चन्‍नी कैबिनेट की बैठक में किसान आंदोलन को लेकर चर्चा हुई। बैठक में कैबिनेट ने किसानों के भारत बंद काे समर्थन दिया। चन्‍नी कैबिनेट की यह दूसरी और सभी मंत्रियाें के शपथ लेने के बाद यह दूसरी बैठक थी।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 11:57 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 08:38 PM (IST)
Punjab Cabinet Meeting: पंजाब कैबिनेट की बैठक में किसान आंदोलन पर चर्चा, भारत बंद को दिया समर्थन
मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी की अध्‍यक्षता में पंजाब कैबिनेट की बैठक हुई। (स्रोत-पंजाब डीपीआर)

चंडीगढ़, जेएनएन। Punjab Cabinet meeting: पंजाब के मुख्‍यमंत्री चरणजी‍त सिंह चन्‍नी की अध्‍यक्षता में नई कैबिनेट की बैठक हुई। इसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। कैबिनेट ने किसान आंदोलन और भारत बंद के प्रति समर्थन जताया। बैठक में एकमात्र किसानों के भारत बंद को लेकर चर्चा हुई और अन्‍य एजेंडे को अगली बैठक के लिए स्‍थगित कर दिया गया। चरणजीत सिंह चन्‍नी के मुख्‍यमंत्री बनने के बाद उनकी कैबिनेट की दूसरी और मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों के शपथ लेने के बाद पहली बैठक है।

दो घंटे से ज्यादा चली फुल हाउस कैबिनेट बैठक

मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह ने दूसरी बार कैबिनेट बैठक की। दो घंटे से भी अधिक समय तक चली फुल हाउस कैबिनेट बैठक में फैसला कोई नहीं हो पाया। बैठक में जहां किसानों द्वारा दिए गए भारत बंद को समर्थन दिया गया। वहीं, मंत्रियों ने भविष्य की योजनाओं को लेकर औपचारिक बातचीत की और दोपहर का भोजन भी सचिवालय में ही किया।

15 विधायकों द्वारा रविवार को मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पंजाब कैबिनेट की फुल स्ट्रेंथ हो गई है। बैठक को लेकर उम्मीद की जा रही थी कि इसमें सरकार कोई बड़ा फैसला लेगी। संभवत: 37000 कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने के बिल पर मोहर लग सकती है। जिस बिल पर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट में फैसला नहीं हो पाया था। चूंकि मंत्रियों को विभाग अभी बंटे नहीं है। इसीलिए विभागों के एजेंडे भी कैबिनेट में नहीं थे। बैठक भी लगभग दो घंटे से ज्यादा चली। लेकिन बाद में कैबिनेट मंत्री राजकुमार वेरका ने कहा कि आज की कैबिनेट बैठक में कोई एजेंडा नहीं था। केवल किसान संगठनों द्वारा दिए गए बंद के आह्वान को ही समर्थन दिया गया। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह तीनों कृषि कानून बिलों को वापस लें। जब मंत्री से पूछा गया कि बैठक तो लंबी चली लेकिन फैसला कोई नहीं हुआ, के जवाब में उन्होंने कहा कि आज एजेंडा कोई नहीं था।

मुख्‍यमंत्री चरणजीत सिंह चन्‍नी ने बैठक में सभी मंत्रियों का स्‍वागत किया। उन्‍होंने कहा कि पंजाब के लोगों को नई सरकार से काफी उम्‍मीदें हैं। लाेगों की उम्‍मीदों को पूरा करने और आम लोगों को राहत देने के लिए एक रोडमैप बनाने की जरूरत है। लोगों की उम्‍मीद के अनुरूप पंजाब के विकास के लिए जुट कर काम करने की जरूरत है।

 

सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी की अध्‍यक्षता में कैबिनेट की बैठक का दृश्‍य। (स्रोत- पंजाब डीपीआर)

मंत्री किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को दें नियुक्ति पत्र: चन्नी

वहीं, कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे संघर्ष के दौरान जान गंवा चुके किसानों के परिवारों के साथ एकजुटता प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री ने इनका भरोसा जीतने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने सभी मंत्रियों को मृतक किसानों के घरों में निजी तौर पर जाकर उनके पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र देने के लिए कहा।

उन्होंने बताया कि तकरीबन 155 ऐसे नियुक्ति पत्र तैयार हैं और इनको एक हफ़्ते के अंदर-अंदर सौंपा जाना चाहिए। उन्होंने मुख्य सचिव को बाकी ऐसे मामलों की पड़ताल भी जल्द किए जाने को सुनिश्चित बनाने के लिए कहा, जिससे योग्य वारिसों को सरकारी नौकरियां देने की प्रक्रिया मुकम्मल की जा सके। बता दें कि कल 15 कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार सुबह 10.30 बजे कैबिनेट बैठक बुलाई।

पंजाब कैबिनेट की बैठक में भाग लेते मंत्री। (स्रोत- पंजाब डीपीआर)

विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा अधिग्रहित की गई भूमि के मद्देनजर उपयुक्त मुआवज़ा न मिलने के कारण किसानों के दरमियान बड़े स्तर पर पाए जा रहे व्यापक आक्रोश का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को कहा कि मुआवज़े की राशि को तर्कसंगत बनाने के लिए तरीके तलाशे जाएं, जिससे किसानों को उनकी संतुष्टि के मुताबिक राशि मुहैया करवाई जा सके।

1 अक्टूबर को होगी कैबिनेट बैठक

चन्नी सरकार ने फैसला किया है कि हरेक मंगलवार को कैबिनेट बैठक हुआ करेगी। चूंकि आज सोमवार को कैबिनेट बैठक हो गई। इसलिए अब अगली कैबिनेट बैठक 1 अक्टूबर को रखी गई है। इस बैठक में सरकार कई बड़े फैसले ले सकती है, ताकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर इसकी घोषणा की जा सके।

chat bot
आपका साथी