चंडीगढ़ में आतिशबाजी पर पाबंदी, SDM साउथ ने रेड कर सील किए 3 स्टोर, बड़ी मात्रा में पटाखे बरामद, केस

एसडीएम साउथ रुपेश कुमार ने टीम के साथ सोमवार को अपने एरिया में छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने तीन स्टोर ऐसे पकड़े जहां पटाखे बेचे जा रहे थे। उन्होंने मौके पर ही इन पटाखों को जब्त कराया। साथ ही इन स्टोर को सील करने के आदेश दे दिए।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 04:36 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 04:36 PM (IST)
चंडीगढ़ में आतिशबाजी पर पाबंदी, SDM साउथ ने रेड कर सील किए 3 स्टोर, बड़ी मात्रा में पटाखे बरामद, केस
एसडीएम ने कहा कोई पटाखे बेचता या जलाता है तो इसकी सूचना प्रशासन को दें।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ प्रशासन ने पटाखों पर पाबंदी लगा दी है। रोक के बावजूद शहर में पटाखे बेच रहे तीन स्टोर को सील करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के आदेशों की अवहेलना करने पर पुलिस केस भी दर्ज कराया गया है।

एसडीएम साउथ रुपेश कुमार ने टीम के साथ सोमवार को अपने एरिया में छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने तीन स्टोर ऐसे पकड़े जहां पटाखे बेचे जा रहे थे। उन्होंने मौके पर ही इन पटाखों को जब्त कराया। साथ ही इन स्टोर को सील करने के आदेश दे दिए। उनके आदेश पर एंफोर्समेंट टीम ने तुरंत तीनों स्टोर सील कर दिए। एसडीएम रुपेश ने कहा कि पटाखे बेचना और जलाना दोनों पर पूर्ण पाबंदी है। ऐसा करना कानून अपराध है। अगर कोई ऐसे करते मिलेगा तो तुरंत कार्रवाई होगी। इस तरह की रेड आगे भी होती रहेगी। रोजाना टीम अलग-अलग एरिया में छापेमारी करेगी। कहीं भी पटाखों की बिक्री और जलाने की सूचना मिलती है तो टीम पहुंचेगी। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि उनके आस-पास कहीं कोई पटाखे बेचता या जलाता है तो इसकी सूचना प्रशासन को दें।

बता दें कि यूटी प्रशासन ने कोरोना महामारी और पॉल्यूशन की स्थिति को देखते हुए पटाखों की बिक्री और जलाने पर चंडीगढ़ में रोक लगा रखी है। दशहरे से पहले यह आदेश जारी किए गए हैं। दीपावली पर भी यह आदेश जारी रहेंगे। रोक के बावजूद पटाखे जलाने पर दशहरे के बाद कई आयोजकों और संगठनों पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इसके बाद से ही प्रशासन ने सख्ती कर रखी है।

बढ़ रहा प्रदूषण का स्तर

चंडीगढ़ में दशहरे के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़कर 195 तक पहुंच गया था। हालांकि बारिश के बाद प्रदूषण का स्तर काफी कम हुआ है। लेकिन पटाखे जले और पराली जलने की घटनाएं भी नहीं रुकी तो हालात फिर खराब होंगे। प्रदूषण बढ़ने में देर नहीं लगेगी। इसका कारण यह है कि तापमान कम होने पर प्रदूषण बढ़ता है।

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