फिल्म निदेशक ओजस्वी शर्मा की एडमिटेड को मिलेगा रजत कमल
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा कर दी है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा कर दी है। खासबात यह है कि इसमें के ओजस्वी शर्मा की डाक्युमेंट्री फिल्म एडमिटेड को भी नान फिल्म कैटेगरी में पुरस्कार के लिए चुना गया है। ओजस्वी शर्मा को रजत कमल पुरस्कार के साथ एक लाख रुपये का पुरस्कार मिलेगा, जिसे राष्ट्रपति प्रदान करेंगे। इसकी तारीख आना अभी बाकी है। इससे पहले ओजस्वी शर्मा को मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एमआइएफएफ) के 17वें संस्करण में राष्ट्रीय प्रतियोगिता खंड में सर्वश्रेष्ठ डाक्युमेंट्री फिल्म का पुरस्कार मिला है। ओजस्वी अब तक 80 से अधिक फिल्में कर चुके हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित फिल्में जुबान, द लास्ट डेट, बदलती सोच, चौरासी, स्कार्स-देट रिमेन आफ्टर 100 इयर्स आफ जलियांवाला बाग नरसंहार, सिल्वर लाइनिग-द जर्नी आफ रशपाल सिंह, काइट्स बियाड बाउंड्रीज आर्ट फाइंड्स इट्स वे, सरबत द भला और वन बीट आदि शामिल हैं।
ओजस्वी शर्मा ने कहा कि एडमिटेड को दर्शकों का खूब प्यार मिला है। जिस किसी ने भी फिल्म को देखा उसने इसकी जमकर तारीफ की। मुझे खुशी है कि फिल्म के जरिए जो संदेश हम दर्शकों तक पहुंचाना चाहते थे, वह पहुंचाने में कामयाब हुए। यह फिल्म सही मायने में हर ट्रांसजेंडर की जीत है। फिल्म को राष्ट्रीय स्तर का सर्वोच्च पुरस्कार मिलना बड़ी उपलब्धि है। यह पूरी टीम को और मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा। हम कोशिश करेंगे कि भविष्य में सामाज से जुड़ी और ऐसी फिल्में लोगों के सामने लेकर आएं।
धनंजय ने बताया कि इस पुरस्कार को मिलने के बाद फिल्म के प्रति लोगों की और रूचि बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि खुशी की बात है कि इस फिल्म को लोग सराहा रहे हैं। लोग ट्रांसजेंडर्स की जिदगी व उनके संघर्ष को स्वीकार कर रहे हैं। यह शुरुआत है कि समाज हमें स्वीकार कर रहा है। पहले हमारे पढ़ने से समाज में आने जाने को लेकर लोगों में अलग-अलग तरह की धारणा थी। सामाज को समझना होगा हम भी उन्हीं का हिस्सा हैं।